गोरखपुर (आईएएनएस)| यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांव जंगल तिनकोनिया नंबर तीन में वनवासियों व मुसहर समुदाय के लोगों ंके बीच दिवाली की खुशियां साझा करते हुए कहा कि शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पूरी ईमानदारी से पहुंचना सुनिश्चित होना ही रामराज्य है। उन्होंने कहा कि देश के स्वावलंबन का आधार ग्रामीण अर्थव्यवस्था होती है। सोमवार को मुख्यमंत्री वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए 80 करोड़ रुपये के 288 विकास कार्यो का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उपस्थित जनसमूह को दीपावली की शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत आठ वर्षो से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के हर गरीब, किसान, महिला, नौजवान तक शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव पहुंच रहा है। 10 करोड़ गरीबों के शौचालय बनना, 4 करोड़ गरीबों के घर मुफ्त बिजली कनेक्शन, 3 करोड़ को पीएम आवास, 8 करोड़ को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 60 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा का आच्छादन और 200 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन लगना जनकल्याण की अभूतपूर्व कामयाबी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना भेदभाव सब तक योजनाओं का लाभ पहुंचे और दुख के लिए कोई जगह न हो, यही रामराज्य है। इसी के अनुरूप सरकार संवेदनशीलता के साथ समरस समाज की स्थापना का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही है। समग्र विकास की धारणा तथा लोक कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था ही भारत की वास्तविक अर्थव्यवस्था है। यही देश के स्वावलंबन का आधार बनती है। हमारे गांव मजबूत होंगे तो समाज स्वाबलंबी बनेगा। गांव विकसित होंगे तो जनपद, प्रदेश और देश भी विकास करेगा। गांव में बुनियादी सुविधाए होंगी तो वहां का हर तबका लाभान्वित होगा।
योगी ने कहा, "कल श्री अयोध्याजी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सान्निध्य, मार्गदर्शन व उनकी प्रेरणा से आयोजित भव्य दीपोत्सव को आप सभी ने देखा होगा। दीपोत्सव जैसी भव्यता और दिव्यता जीवन का हिस्सा है। सत्य, न्याय व धर्म के मार्ग पर चलते हुए दीपावली का पर्व हम सबके लिए परिवर्तन का कारक बनता है और हमें नई ऊंचाई तक पहुंचने की प्रेरणा प्रदान करता है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली का यह पर्व वनटांगिया, मुसहर, थारू, कोल, सहरिया आदि समुदाय के लोगों के लिए अधिक उल्लास और उमंग का है। कारण, आजादी के बाद भी वनटांगिया, मुसहर जैसे समुदायों को न्याय व अधिकार नहीं मिला था।
उन्होंने कहा, "मैं 15 वर्षो से निरंतर इन लोगों के बीच आता रहा हूं। वनटांगिया, मुसहर लोगों के न्याय की लड़ाई को 2017 में मूर्त रूप तब मिला जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। राजस्व गांव घोषित करने से लेकर जमीनों का पट्टा देने तथा ससम्मान जीवन यापन की व्यवस्था करने की पहल सरकार की तरफ से की गई।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वनटांगिया और मुसहर समाज को कौन जानता था। 15 साल पहले जब वनटांगिया लोगों के हक मांगने पर एक तरफ फॉरेस्ट विभाग दूसरी तरफ पुलिस के लोग प्रताड़ित करते थे। बुनियादी सुविधाएं शून्य थीं।
अगर किसी ने मांग कर दी तो उसे कानून के शिकंजे में प्रताड़ित किया जाता था। अंतत: सत्य व न्याय की जीत हुई। वनटांगिया तथा मुसहर समुदाय इसका साक्षी है। उपेक्षित रहे वनवासियों को आज आवास, बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सभी सुविधाएं बेहतरीन तरीके से मिल रही हैं। 6 साल पहले वनटांगिया गांव में एक भी पक्का मकान नहीं था, सड़क नहीं थी, बिजली कनेक्शन नहीं थे। आज यहां सबके पक्के मकान बन गए हैं या प्रक्रिया में हैं। हर घर बिजली की रोशनी से जगमग है और हर तरफ सड़के नजर आती हैं। कोई भी किसी सुविधा से वंचित नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी 54 वनटांगिया गांव में सभी तरह की सुविधाओं का लाभ उपलब्ध करा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास के उन लोगों की मदद अवश्य करें जो किन्ही कारणों से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पर्व-त्योहार एकांकी नहीं, वरन सामूहिकता का भाव लिए होते हैं। सामूहिकता का भाव यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए सबका साथ, सबका विकास का भाव। इसलिए हम सबकी यह कोशिश होनी चाहिए कि कोई भी व्यक्ति पर्व के उल्लास से वंचित न रहे।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं। वनटांगिया समुदाय से उन्होंने जो वादा किया, उसे पूर्ण कर उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ दिया। सीएम योगी भगवान श्रीराम की जन्मभूमि का विकास करने के साथ ही उनके सखा निषादराज के श्रृंगवेरपुर धाम का भी उतनी ही महत्ता से विकास कर रहे हैं। वनटांगिया लोगों के साथ ही मुख्यमंत्री ने नदियों के किनारे रहने वाले मछुआ समाज के दुख-दर्द को दूर कर दिया है।