मुस्लिम इलाकों में कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रहा अफवाह, अब मस्जिदों से हो रही टीकाकरण की अपील

देश के कई सियासतदान ऐसे हैं जिन पर देश की जनता को सही-गलत की जानकारी देने की ज़िम्मेदारी है.

Update: 2021-06-04 18:21 GMT

देश के कई सियासतदान ऐसे हैं जिन पर देश की जनता को सही-गलत की जानकारी देने की ज़िम्मेदारी है. इनसे लोगों को जागरुक करने की उम्मीद की जाती है. मगर कोरोना काल में जो बेतुकी बयानबाज़ी ये कर रहे हैं, उससे लोगों के मन में कितने भ्रम भर रहे हैं, शायद इन्हें इसका इल्म भी नहीं. आरोप है कि मुस्लिम इलाकों में ऐसे ही नेताओं के बयान कोरोना वैक्सीनेशन की राह में बड़ा रोड़ा साबित हो रहे हैं. मगर अब इसका भी समाधान निकाल लिया गया है. इसके तहत जिन मुस्लिम इलाकों में लोग कोरोना वैक्सीन लगाने से डर रहे थे वहां मस्ज़िदों से अज़ान के साथ-साथ वैक्सीनेशन की अपील भी की जा रही है

नालंदा के सिलाव इलाके में अल्पसंख्यक समाज के कई लोग वैक्सीनेशन से दूर भाग रहे थे. काफी मान मनौव्वल के बावज़ूद ज़्यादातर लोग टीका लगाने को तैयार नहीं थे. जिसके बाद गांव के इमाम के ज़रिए मस्ज़िद से अपील कराई गई और इसका फायदा भी दिखा.कुछ ऐसी ही तस्वीर यूपी के मथुरा में भी देखने को मिली, जहां कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को मस्ज़िद की मदद से जागरूक किया गया. मथुरा के कस्बा राया इलाके की मस्ज़िद से अज़ान के साथ कोरोना वैक्सीन लगाने की अपील कराई गई, जिसके बाद काफ़ी संख्या में लोग घरों से निकल कर अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों का रुख किया.
यूपी के गाज़ियाबाद में भी मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं ने मदरसों और मस्जिदों से ऐलान किया कि लोग कोरोना संक्रमण के खिलाफ एकजुट होकर गाइडलाइन का पालन करें और वैक्सीनेशन अभियान में हिस्सा लें. इतना ही नहीं, इस्लामनगर मदरसा के मौलाना बच्चों और युवाओं को कोरोना से बचाव की जानकारी भी दे रहे हैं.
टीवी-9 भारतवर्ष की टीम ने जब इस्लामनगर के युवाओं से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन के बारे में कई तरह की अफवाहें फैली थी, मगर इमाम की अपील से सारे भ्रम दूर हो गए.बिहार-यूपी ही नहीं हरियाणा के कई मुस्लिम हिस्सों में भी यही अफवाह फैली है, ऐसे ही भ्रम का जाल है. मगर यहां मुश्किल ये है कि यूपी-बिहार की तरह मस्जिदों से अपील के बावज़ूद भी लोगों पर असर नहीं पड़ रहा है और ऐसे लोगों के पास एक ही रटा-रटाया जवाब है कि उनके इलाके में कोई टीकाकरण टीम नहीं आई. हालांकि सच्चाई ये है कि नूह के स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन सेंटर तैयार हैं. मगर यहां अभी भी लोगों का इंतज़ार है.
पहले कोरोना और अब कोरोना वैक्सीन को लेकर गांव-देहात और खास कर अल्पसंख्यक इलाकों में भ्रम जाल फैला है. हालांकि कई जगह मुस्लिम धर्मगुरू मस्ज़िदों और मदरसों से अफवाह दूर करने की कोशिश में जुटे हैं.
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