'भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि...' , कांग्रेस नेता के बयान पर बवाल

विवादित बयान दिया है.

Update: 2024-05-10 04:39 GMT

फाइल फोटो

नई दिल्ली: विरासत टैक्स और भारतीयों को लेकर रंगभेदी टिप्पणी करने वाले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बाद अब कांग्रेस के एक और नेता का बयान सामने आया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर एक विवादित बयान दिया है.
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए क्योंकि पड़ोसी मुल्क के पास परमाणु बम हैं. अगर हम उन्हें इज्जत नहीं देंगे तो वे भारत पर परमाणु हमला करने की सोच सकते हैं.
अय्यर ने कहा कि भारत को ये नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु हैं. मुझे ये समझ नहीं आता कि मौजूदा सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है. ये समझना जरूरी है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है. वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल इन बम का इस्तेमाल कर सकता है.
अय्यर ने कहा कि बीजेपी कहती है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती. लेकिन बातचीत से ही आतंकवाद खत्म होगा.
कांग्रेस नेता का कहना है कि हमें ये सोचना होगा कि हमारी समस्याओं का हल कैसे निकलेगा. मेरा कहना है कि बजाए घृणा दिखाकर या बंदूक दिखाकर आप स्थितियों में सुधार नहीं कर सकते. हमें ये समझना होगा कि पाकिस्तान भी एक संप्रभु राष्ट्र है, उनकी भी इज्जत है. हमें उनकी इज्जत को कायम रखते हुए कड़ी से कड़ी बात करनी चाहिए. अब क्या हो रहा है? हम बातचीत नहीं कर रहे हैं, इससे तनाव बढ़ता जा रहा है.
अय्यर ने कहा कि हमने भारत और पाकिस्तान के संबंधों को मजबूती देने में बहुत मेहनत की है. लेकिन बीते 10 साल से सारी बातचीत बंद है. हमें मसल्स (ताकत) तब दिखाने चाहिए, जब सामने वाले के पास मसल्स ना हो. उनके मसल्स रावलपिंडी के कहुटा में पड़े हैं. अगर गलतफहमी फैल जाएगी तो बहुत दिक्कत होगी.
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने पाकिस्तान के साथ जंग होने की आशंका के बीच अमन का रास्ता निकाला था. लेकिन आज के समय में पाकिस्तान के साथ अमन की संभावनाएं हैं लेकिन मोदी जी जंग का रास्ता खोज निकाल रहे हैं.
इससे पहले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहते हुए सैम पित्रोदा ने भारत के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों की विवादित रूप से तुलना की थी.
सैम पित्रोदा ने कहा था कि भारत एक अत्यंत विविधता भरा देश है, जहां पूर्वी भारत में रहने वाले लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम में रहने वाले अरब जैसे, उत्तर भारत में रहने वाले श्वेतों की तरह और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं. लेकिन इससे फर्क नहीं पड़ता.
उन्होंने कहा था कि हम अलग-अलग भाषाओं, धर्मों और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं. ये वही भारत है, जिस पर मेरा भरोसा है, जहां हर किसी का सम्मान है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है. उनके इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
इससे पहले सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स को दिए बयान पर विवाद हो गया था. उन्होंने ये बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के जवाब में दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार में आई तो एक सर्वे कराया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किसके पास कितनी संपत्ति है. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पित्रोदा ने अमेरिका में लगने वाले विरासत टैक्स का जिक्र किया था.
पित्रोदा ने कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है. अगर किसी शख्स के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है. उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को ट्रांसफर हो जाती है जबकि 55 फीसदी संपत्ति पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है.
उन्होंने कहा था कि ये बहुत ही रोचक कानून है. इसके तहत प्रावधान है कि आपने अपने जीवन में खूब संपत्ति बनाई है और आपके जाने के बाद आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए. पूरी संपत्ति नहीं बल्कि आधी, जो मुझे सही लगता है. लेकिन भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है. यहां अगर किसी के पास 10 अरब रुपये की संपत्ति है. उसके मरने के बाद उनके बच्चों को सारी की सारी संपत्ति मिल जाती है, जनता के लिए कुछ नहीं बचता. मुझे लगता है कि इस तरह के मुद्दों पर लोगों को चर्चा करनी चाहिए. मुझे नहीं पता कि इस चर्चा का निचोड़ क्या निकलेगा. हम नई नीतियों और नए प्रोग्राम की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो ना कि सिर्फ अमीरों के हित में हो. मालूम हो कि पित्रोदा के इस बयान पर खूब विवाद हुआ था.
Tags:    

Similar News