सीएम आवास की ओर कूच, प्रदर्शनकारी किसानों पर पानी की बौछार, देखें वीडियो
नई दिल्ली: धान की खरीद की तारीख बढ़ाए जाने से नाराज पंजाब और हरियाणा के किसान सड़कों पर उतर गए हैं. प्रदर्शनकारी सैकड़ों किसानों ने सांसद एवं विधायकों के घर के घेराव के साथ ही करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास पर भी घेराबंदी करने की कोशिश की. हालांकि, किसानों को काबू में करने के लिए सुरक्षाबल तैनात है.
प्रदर्शनकारी किसानों ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैरिकेड्स तोड़े तो पुलिस ने उन्हें काबू करने के लिए पानी की बौछारों का सहारा लिया. किसानों का कहना है जब तक सरकार धान की खरीद नहीं करती विरोध प्रदर्शन और धरना जारी रहेगा.
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि खरीद में हो रही देरी की वजह से बारिश के बीच उनकी फसल बर्बाद हो रही है.
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि पहले से पकी हुई फसल की कटाई में 11 दिन की देरी करने से धान के दाने गिए जाएंगे. ऐसे में बारिश की मार से नुकसान झेलने के बाद अब खरीद में देरी से घाटा हो सकता है. बता दें कि पंजाब में 2021-22 के खरीफ सीजन में धान की खरीद 01 अक्टूबर से शुरू होनी थी, जबकि हरियाणा में आधिकारिक तौर पर 25 सितंबर से शुरू होनी थी.
धान में अधिक नमी के कारण बढ़ाई गई खरीद की तारीख
बता दें कि केंद्र द्वारा धान की खरीद को 11 अक्टूबर तक स्थगित करने से पंजाब-हरियाणा के किसानों की परेशानी बढ़ गई है. इस बीच केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि ऐसा किसानों के हितों की रक्षा के लिए किया गया है. क्योंकि बेमौसम बारिश की वजह से अधिक नमी वाले धान को खरीद केंद्रों पर खारिज किया जा सकता है. जिसकी वजह से किसानों को नुकसान झेलना पड़ सकता है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने खरीफ धान की खरीद को 11 अक्टूबर तक स्थगित करने के लिए केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए एमएसपी पर धान की खरीद को खत्म करने की साजिश करार दिया है.