नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के बयान पर बवाल मच गया है. दरअसल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से विरोध प्रदर्शन के दौरान झंडे के साथ डंडा लेकर चलने की अपील की है. दरअसल, बीजेपी ने 7 सितंबर को विरोध प्रदर्शन बुलाया है. उधर, टीएमसी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के नेता राज्य का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
दरअसल, सुकांत मजूमदार ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की है कि 7 सितंबर को होने वाले विरोध प्रदर्शन में सभी झंडे के साथ डंडा लेकर चलें, ताकि अगर कोई उन्हें रोकने की कोशिश करे तो वे पलटवार कर सकें.
सुकांत मजूमदार नॉर्थ 24 परगना में रैली को संबोधित कर रहे थे. इसमें उन्होंने कहा कि अगर कोई मार्च को कोई रोकने की कोशिश करेगा, तो इसका कड़ा विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा, 7 सितंबर को हम राज्य सचिवालय तक मार्च करेंगे. यह मार्च टीएमसी के शासन काल में भ्रष्टचार के खिलाफ होगा. लेकिन अगर हमें रोका गया, तो हम विरोध करेंगे. मैं आप सभी से अपील करता हूं कि झंडे के साथ लाठी भी ले आएं.
टीएमसी के मंत्री पार्थ चटर्जी और नेता अनुब्रत मंडल हाल ही में भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हुए हैं. ऐसे में बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने में जुट गई है. बीजेपी ने इस मामले में विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया है.
सुकांत मजूमदार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी को आत्मरक्षा का अधिकार है. संविधान के मुताबिक, हर व्यक्ति को आत्मरक्षा का अधिकार है. अगर कोई हमला करने की कोशिश करता है, तो आप हमेशा अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठा सकते हैं.
टीएमसी के दो बड़े नेता गिरफ्तार
CBI ने पिछले हफ्ते बड़ी कार्रवाई करते हुए पशु तस्करी मामले में टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने पूछताछ के लिए मंडल को 10 समन जारी किए, लेकिन वे पेश नहीं हुए. जिसके बाद सीबीआई ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और गिरफ्तारी की अनुमति मांगी थी. अनुब्रत टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष भी हैं और पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं.
इससे पहले टीचर भर्ती मामले में सीबीआई ने पूर्व टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी पर शिकंजा कसा था. पार्थ को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से 50 करोड़ से ज्यादा कैश, जेवर समेत अन्य सामान बरामद किया है. दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.