रांची: झारखंड का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स एक बार सुर्खियों में है. यहां अस्पताल प्रशासन ने 308 सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया था, जो नौकरी जाने के बाद से आक्रोशित हैं. बीते दिनों 308 सुरक्षा कर्मियों को हटाकर उनकी जगह रिम्स में होमगार्ड तैनात कर दिए गए थे. सुरक्षाकर्मी इस बात से नाराज चल रहे थे. आरोप है कि सुरक्षाकर्मी हमला करने के उद्देश्य से अस्पताल के अधीक्षक के चेंबर में घुस गए.
बताया जा रहा है कि सुबह करीब 9.40 बजे करीब 100 निजी सुरक्षाकर्मी रिम्स पहुंचे और अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर तैनात होमगार्ड के जवानों को धकेलते हुए चेंबर में घुस गए. उस वक्त अधीक्षक चेंबर में नहीं थे, लेकिन उपाधीक्षक ले. कर्नल शैलेश त्रिपाठी बैठे थे.
आरोप है कि शैलेश त्रिपाठी पर सभी ने हमला बोल दिया. इसके बाद उपाधीक्षक वहां से जान बचाते हुए चेंबर के अंदर बने गोपनीय कक्ष में चले गए और खुद को लॉक कर लिया.
आरोप है कि अस्पताल से निकाले गए सुरक्षाकर्मियों ने सीसीटीवी कैमरे व उपकरणों को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की. उपाधीक्षक ने फोन पर रिम्स के पीआरओ डॉ. राजीव को बताया कि फोन के तार काट दिए गए हैं और उन्हें जान से मारने के इरादे से हमला किया गया.
इसके बाद उपाधीक्षक ने पुलिस को कॉल किया. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उपाधीक्षक को बचाया. इस मामले में रिम्स प्रबंधन की ओर से बरियातू थाने में हटाए गए सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.