बांका. बिहार में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही आपसी रंजिश में जनप्रतिनिधियों की हत्या का दौर भी शुरू हो गया है. हत्या का ताजा मामला बांका जिले से जुड़ा है. बांका जिले के अमरपुर प्रखंड के भरको पंचायत के निवर्तमान मुखिया और सक्रिय आरटीआई कार्यकर्ता प्रवीण झा की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है. आरोप है कि दुर्घटना की आड़ में उनकी हत्या की गई है. बाइक सवार मुखिया प्रवीण झा भरको से जनसंपर्क कर अपने घर बाजा लौट रहे थे. आरोप है कि इसी बीच भरको के ही जनवितरण दुकानदार और पंचायत चुनाव में मुखिया के संभावित उम्मीदवार राजीव चौधरी ने बोलेरो से तीन बार लगातार धक्का मारकर उनकी हत्या कर दी.
घटना के बाद बोलेरो चालक भाग रहा था. भागने के दौरान ही सिमरा पुल पर गाड़ी में गड़बड़ी हुई, जिसके बाद आरोपी राजीव चौधरी बोलेरो छोड़कर फरार हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही मुखिया के समर्थन में सैकड़ों लोग सड़क पर निकल पड़े और साजिशन हत्या का आरोप लगाने लगे. इस घटना के बाद से पिता सहित परिवार के अन्य सदस्य का रोते-रोते बुरा हाल है. मुखिया के पिता भूपेंद्र झा ने अपने पुत्र की हत्या करने का आरोप पंचायत के ही जनवितरण दुकानदार राजीव चौधरी पर लगाया है.
भूपेंद्र झा ने बताया कि मेरा बेटा भरको से घर लौट रहा था, इसी बीच राजीव चौधरी ने अपनी बोलेरो गाड़ी से लगातार तीन बार धक्का मारकर उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद से आक्रोशित लोग सड़क पर उतर गए और हत्यारोपी की गिरफतारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया. मृतक मुखिया के पिता भूपेंद्र झा ने बताया कि मेरा बेटा पंचायत का मुखिया था इस नाते जनवितरण के लाभुकों के पक्ष में जनवितरण दुकानदार से अनबन रहा था. इसको लेकर उसको दो बार जनवितरण दुकान का लाइसेंस भी रद्द हुआ था, उसी खुन्नस में बेटे की हत्या कर दी गई.
मृतक मुखिया की भांजी श्वेता ने मामा की हत्या करने का आरोप राजीव चौधरी सहित चार लोगों पर लगाते हुए मामला दर्ज करने की तहरीर दी है. मामले की जांच के लिए बांका एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव के नेतृत्व में अमरपुर पुलिस घटनास्थल पर कैम्प कर रही है. स्थल पर मौजूद पुलिस कुछ भी बोलने से बच रहे हैं और परिजन के बयान के आधार पर कार्रवाई की बात कही.