नाबालिग बालक को आरपीएफ ने सेंटर के प्रबंधक को सौंपा
जबलपुर। रेलवे सुरक्षा बल जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान भी रखते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे, रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने हेतु चौबीस घंटे सतत् ड्यूटी की जा रही है। इसी श्रृंखला में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सराहनीय कार्य करते हुए …
जबलपुर। रेलवे सुरक्षा बल जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान भी रखते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे, रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने हेतु चौबीस घंटे सतत् ड्यूटी की जा रही है। इसी श्रृंखला में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सराहनीय कार्य करते हुए "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" अभियान के तहत घर से भागे हुए, अपहृत हुए, बिछुड़े हुए बालक एवं बालिकाओं को सुरक्षित उनके परिजनों/चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया जता है।
जबलपुर मण्डल के पोस्ट सागर के आउटपोस्ट दमोह पर दिनांक 06.01.2024 को गाड़ी संख्या 11602 ट्रेन मे एक नाबालिक बालक लावारिस हालत मे बैठे हुये पाये जाने पर यात्रियों के द्वारा आउटपोस्ट पर पेश किया गया। आरपीएफ उपनिरीक्षक जितेन्द्र देव मिश्रा द्वारा पूछताछ किया गया तो उक्त नाबालिक बालक द्वारा अपना नाम व पता रामजी लाकर, निवासी ग्राम गोटेगॉव जिला नरसिंहपुर म.प्र. बताया। पूछताछ के दौरान बताया कि अपने घर से घूमने के इरादे से बिना बताये उक्त ट्रेन में बैठ गया। जिसकी सुचना हेल्प लाइन नंबर 1098 पर सुचित किये जाने पर वन स्टॉफ सेन्टर दमोह के स्टॉफ विकास, रूपाली नायक एवं हीरासेन आरपीएफ आउटपोस्ट दमोह में उपस्थित होने पर नाबालिक बालक को वन स्टॉफ सेन्टर, दमोह को गवाहों के समक्ष सुपुर्दगीनामा के तहत पाक साफ हालत में सुपुर्द किया गया।
रेल सुरक्षा बल के सदस्यों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। रेल सुरक्षा बल द्वारा शुरू किये गए इन कार्यों को जनता से बहुत सकारात्मक और उत्साहजनक प्रतिक्रिया भी मिलती है।