अयोध्या निमंत्रण से राजपरिवार खुश
कुल्लू। अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मिले निमंत्रण से कुल्लू का राज परिवार काफी खुश है। इनके साथ-साथ भगवान रघुनाथ जी के भाटू सहित अन्य सेवक और भक्त बेहद खुश हैं। बुधवार को जैसे ही अयोध्या से मिले निमंत्रण लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्य लेखराज राणा भगवान …
कुल्लू। अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मिले निमंत्रण से कुल्लू का राज परिवार काफी खुश है। इनके साथ-साथ भगवान रघुनाथ जी के भाटू सहित अन्य सेवक और भक्त बेहद खुश हैं। बुधवार को जैसे ही अयोध्या से मिले निमंत्रण लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्य लेखराज राणा भगवान रघुनाथ जी के दर पहुंचे तो राजपरिवार प्रसंन्न हो गया। बता दें कि भगवान रघुनाथ जी के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह को जैसे ही अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला तो उन्होंने सबसे पहले यह निमंत्रण भगवान रघुनाथ जी के समुख रखा। इसके बाद भगवान रघुनाथ जी के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह इस निमंत्रण पत्र को लेकर मंदिर से बाहर आए और विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष एवं विश्व हिंदू परिषद के अन्य पदाधिकारी व अपने परिवार के साथ बाकायदा फोटो खींची। इस निमंत्रण को राजपरिवार ने स्वीकार करने के साथ खास माना। अब महेश्वर सिंह अयोध्या में प्रतिष्ठा में शामिल होने की तैयारी करेंगे।
बता दें कि बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष निमंत्रण लेकर भगवान रघुनाथपुर पहुंचे। यहां उन्हें भगवान रघुनाथ जी तरफ से देव दुपटा दिया गया। वहीं, इस दौरान यहां भगवान रघुनाथ जी पूजा-अर्चना का दौर भी चला था। विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष भी भगवान रघुनाथ जी की पूजा-अर्चना के साक्षी बने और उन्होंने इस दौरान भगवान के इतिहास की जानकारी भी ली। जैसे ही पूजा-अर्चना संपन्न हुई तो उन्होंने अयोध्या से भगवान रघुनाथ जी के मुख्य छड़ीबरदार को मिले निमंत्रण को विधि विधान अनुसार सौंपा। यह कार्य बिल्कुल भगवान रघुनाथ के सामने हुआ। इसके बाद निमंत्रण पत्र सीधा भगवान के आगे मुख्य छड़ीबरदार ने रखा। बाकायदा जय श्रीराम के उद्घोष के साथ अयोध्या से मिले निमंत्रण को स्वीकार किया गया। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष समेत सभी को भगवान रघुनाथ जी की तरफ से नरगिस के फूल और जौ की द्रूब शेष और आशीर्वाद के रूप में मिले। इस दौरान मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह, उनकी धर्मपत्नी, भगवान रघुनाथ जी के कारदार दानवेंद्र सिंह सहित परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। भगवान रघुनाथ जी के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि उन्हें 20 जनवरी को अयोध्या पहुंचने का आदेश हुआ है। यह बड़ा सौभाग्य व खुशी का अवसर है।