संक्रमण का खतरा: देश में अब बच्चों के लिए तीन कोरोना वैक्सीन, जानिए कैसे लगेगी और कितनी प्रभावी है Corbevax
नई दिल्ली: कोविड से लड़ने के लिए बच्चों को एक और हथियार मिलने जा रहा है. भारत में Corbevax कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी (emergency use authorisation) मिल गई है. इसे 12 से 18 साल के बच्चों को लगाया जा सकेगा. हालांकि, सरकार ने अभी तक 15 साल से कम उम्र वालों को टीका लगाने पर कोई फैसला नहीं लिया है. यानी इससे छोटे बच्चों पर मंजूरी के बाद इस टीके को लगाया जाएगा.
बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर भले मंद पड़ गई हो लेकिन आगे भी कोविड कभी परेशान ना करे, इसको लेकर कदम लगातार उठाए जा रहे हैं.
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मंजूरी पाने वाला कोर्बेवैक्स तीसरा टीका बन गया है जिसे बच्चों को लगाया जाएगा. इससे पहले जाइडस कैडिला के जायकोव-डी और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को मंजूरी दी गई थी.
Corbevax को Biological E Limited कंपनी ने बनाया है. यह पहला ऐसा स्वदेशी टीका है जो कोरोना से लड़ने वाला Receptor Binding Domain (RBD) सब-यूनिट वैक्सीन है. Biological E. Limited की बात करें तो यह दुनिया के बड़े वैक्सीन निर्माताओं में से एक है. वैक्सीन को मंजूरी मिलने पर Biological E. Limited की मैनेजिंग डायरेक्टर महिमा डाल्टा ने खुशी जाहिर की है.
बता दें कि 3 हजार लोगों पर हुए Corbevax के दो तीसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल से पता चला कि वैक्सीन 90 फीसदी तक प्रभावी है. मैनेजिंग डायरेक्टर महिमा डाल्टा ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा था कि 25 वैक्सीन साइट्स पर कोविशील्ड से तुलना वाले ट्रायल में देखा गया कि Corbevax की प्रतिरक्षाजनकता (immunogenicity) कोविशील्ड से ज्यादा है.
Corbevax वैक्सीन की दो खुराक मांसपेशियों में लगाई जाती है. इनका गैप 28 दिन होना चाहिए. इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियम के तापमान में स्टोर किया जाता है. इसके 20 खुराक और 10 खुराक के पैक आएंगे. एक सिंगल डोज में 0.5ml वैक्सीन लगनी होगी.
देश में कोरोना का कहर अब घटने लगा है. भारत में पिछले 24 घंटों में COVID19 के 13,405 नए मामले आए और 235 लोगों की कोरोना से मौत हुई. वहीं 34,226 लोग कोरोना से ठीक हुए. फिलहाल देश में कोविड के 1 लाख 81,075 हजार एक्टिव मामले बचे हैं. भारत में अबतक 175.83 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं. सोमवार को 35 लाख से ज्यादा वैक्सीन लगी थीं.