कोरोना रिपोर्ट में हेराफेरी: पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार, जाने डॉक्टर और लैब टेक्नीशियन का पूरा कारनामा

Update: 2021-04-30 05:33 GMT

नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में एक बड़ी खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस (Corona virus) की फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में 5 अरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. आरोपियों में से दो लैब टेक्नीशियन हैं. जबकि तीसरा टेस्टिंग लैब में डॉक्टर और एप्लीकेशन साइंटिस्ट है. ये सभी आरोपी प्रयोगशाला में नकली लेटरहेड (Fake letterhead) पर एक प्रविष्टि और प्रिंट रिपोर्ट के बिना एक नमूने पर परीक्षण करते थे और नमूने एकत्र करते थे.

वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि कोरोना वायरस के चलते फैले संक्रमण से देश के साथ राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली का भी बुरा हाल है. इस बीच, जरूरी दवाओं की कालाबाजारी भी धड़ल्‍ले से की जा रही है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बड़ी संख्या में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesiveer Injection) बनाने के आरोप में बृहस्पतिवार को उत्तराखंड के कोटद्वार (Kotdwar) से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से रेमडेसिविर के 196 नकली इंजेक्शन जब्त किए गए हैं. आरोपी पहले ही दो हजार नकली इंजेक्शन बेच चुके हैं. दिल्ली पुलिस के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने ट्विटर पर इस बाबत सूचना साझा की. उन्होंने बताया कि आरोपी इस नकली इंजेक्शन को 25000 रुपये में बेचते थे.


इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रान्च ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि यह इंजेक्शन कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित लोगों के इलाज में मददगार है और इसकी काफी मांग है. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया था कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी आलोक त्यागी, गाजियाबाद निवासी अभिषेक और नोएडा निवासी सोमेल गुप्ता के रूप में हुई है.


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