दिल्ली: कानपुर में एक महिला पर 2005 में तेजाब से हमला करने के मामले में सात साल की सजा काट चुके 43 वर्षीय शख्स ने जेल से बाहर निकलने के बाद उसी महिला के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया था. महिला से रेप की वारदात करने के बाद आरोपी फरार हो गया, जिसे दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस उपायुक्त (आउटर) समीर शर्मा ने कहा, 'महिला ने इस साल 21 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसके देवर ने पिछले साल 13 दिसंबर को उसके पति और बच्चों पर तेजाब से हमला करने की धमकी देकर उसके घर पर उसके साथ बलात्कार किया था. उसने वीडियो भी बनाया और वायरल करने की धमकी दी.'
डीसीपी समीर शर्मा ने बताया, 'जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि उस शख्स ने 2005 में कानपुर में महिला पर तेजाब फेंका था. इस मामले में उसे सात साल की सजा सुनाई गई थी. अपनी सजा पूरी करने के बाद, वह जेल से रिहा हो गया और कानपुर में अपने परिचितों से पूछकर महिला की तलाश में दिल्ली पहुंचा था और उसके साथ रेप की वारदात की.'
पुलिस ने बताया, 'महिला के साथ दुष्कर्म करने के बाद युवक फरार हो गया. आरोपी की धमकियों से डरी हुई महिला ने तीन महीने बाद रेप की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने 21 मार्च को 376 और 506 के तहत बलात्कार और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया था और एक विशेष स्टाफ टीम को आरोपी का पता लगाने और पकड़ने का काम सौंपा था.
टीम ने दिल्ली में उसके ठिकानों पर छापेमारी की और कानपुर भी गई, लेकिन उसका पता नहीं चल सका क्योंकि उसने अपना सेलफोन बंद कर दिया था. जांचकर्ताओं ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए उसे बेंगलुरु में ढूंढ निकाला. खास बात है कि पुलिस टीम तीन दिन तक बेंगलुरु में डेरा डाली रही और उसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
डीसीपी समीर शर्मा ने कहा कि आरोपी को दिल्ली लाया जा रहा है, हम तेजाब हमले के बारे में विवरण के लिए कानपुर पुलिस से संपर्क करेंगे और हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वह एसिड हमले से पहले या बाद में अन्य अपराधों में शामिल था.