कर्नाटक में रिटायर्ट जस्टिस की रिपोर्ट में खुलासा- चामराज नगर के अस्पताल में 62 मरीजों की मौत...3 मई को 24 की गई जान
देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है।
देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है। लेकिन इस बीच व्यवस्था में कमी के कारण भी लोगों की मौत हो रही है। कर्नाटक के एक अवकाश प्राप्त जस्टिस की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चामराज नगर के अस्पताल में 6 दिन में 62 मरीजों की मौत हुई है। 3 मई को ऑक्जिसन की कमी से 24 मरीजों की मौत हो गयी थी।
अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति ए एस वेणुगोपाल गौड़ा के नेतृत्व वाले एक पैनल द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह चमराज नगर में 24 कोविड -19 रोगियों की मौत का ऑक्सीजन की कमी के कारण हो गयी थी। पैनल की तरफ से यह भी कहा गया है कि अस्पताल में 4 मई से 10 मई के बीच 62 लोगों की मौत हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल के अधिकारी और चामराज नगर के जिला आयुक्त हालात को संभालने में विफल रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिला आपदा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष के रूप में चामराज नगर के उपायुक्त ऑक्सीजन की अत्यधिक मांग से उत्पन्न संकट की स्थिति को संभालने में विफल रहे। साथ ही उन्होंने इसके विपरीत मैसूर के जिला आयुक्त पर बिना किसी आधार के ऑक्सीजन की आपूर्ति में बाधा उत्पन्न करने का एक गैर जिम्मेदार आरोप भी लगाया। समिति ने आधिकारिक रिकॉर्ड का विश्लेषण करने के बाद कर्नाटक उच्च न्यायालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस समिति में ए एस वेणुगोपाल गौड़ा के अलावा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश के एन केशवनारायण और आईपीएस अधिकारी एस टी रमेश भी सदस्य थे।
बताते चलें कि राज्य में रोजाना 40,000-50,000 कोविड-19 के मामले आ रहे हैं और करीब छह लाख मरीज उपचाराधीन हैं। इसकी वजह से ऑक्सीजन, अस्पतालों में बेड और जरूरी दवाइयों की कमी हो गयी है। सरकार ने 10 मई से 24 मई तक लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगायी हैं। हालात से निपटने के लिए कर्नाटक सरकार ने राज्य के मंत्रियों को अपना एक साल का वेतन कोविड राहत कोष में दान देने का आदेश दिया है।