हत्या कर रिटायर फौजी पिता ने लिया बेटी से रेप का बदला, अब मामले में हुआ ये खुलासा
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गोरखपुर: वक्त, हालात और बदले की आग किसी भी इंसान को अपराधी बना सकते हैं. उसे जुर्म करने के लिए मजबूर कर सकते हैं. ऐसा ही खुलासा गोरखपुर के कचहरी गोलीकांड में हुआ है. जहां एक रेप पीड़िता के पिता ने आरोपी को सरेआम गोली से भून डाला. आरोपी पेशी की तारीख पता करने के लिए कोर्ट में आया था.
दरअसल, बीते शुक्रवार को गोरखपुर कचहरी में उस वक्त अफरा तफरी मच गई थी, जब कचहरी के मुख्य गेट पर दो बाइकसवार हमलावरों ने एक युवक को सरेआम गोली से उड़ा दिया था. हमलावरों ने उस युवक को एक बाद एक 4 गोली मारी थी. कातिल ये तस्दीक कर लेना चाहता था कि जिसे उसने निशाना बनाया है, वो मरा भी है या नहीं.
वारदात के बाद दोनों हमलावर वहां से भागने लगे. लेकिन लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया था. लिहाजा पुलिस के लिए भी काम आसान हो गया. पुलिस ने जब पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि गोली चलाने वाला एक पूर्व फौजी है. जिसने बदला लेने के लिए दिन दहाड़े इस कत्ल की वारदात को अंजाम दिया.
ये थी कत्ल की वजह
जिस युवक का कत्ल किया गया. उसका नाम दिलशाद हुसैन था. वो मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला था. वो गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र में पटना चौराहे के पास ही साईकिल रिपेयरिंग की दुकान चलाता था. जबकि हमलावर एक फौजी है. जो रिटायर होने के बाद साल 2019 में पटना चौराहे के पास ही अपना घर बनवा रहा था. वहीं दिलशाद और फौजी के बेटी में बातचीत होने लगी थी. आरोप है कि इसी दौरान दिलशाद उस नाबालिग लड़की को लेकर फरार हो गया और बहला-फुसलाकर उसके साथ रेप करता रहा.
लड़की के परिजनों की शिकायत पर दिलशाद बाद में पकड़ा गया. उसे जेल हो गई. लेकिन कुछ समय बाद ही वो जमानत पर जेल से रिहा हो गया था. इसके बाद वो हैदराबाद चला गया था. पीड़ित लड़की का परिवार दिलशाद की जमानत हो जाने से खासा नाराज था. लड़की का फौजी पिता बदले की आग में जल रहा था. उसने ठान लिया था कि बदला लेकर रहेगा.
फौजी इसी इंतजार में था कि कब दिलशाद वहां पहुंचे और वो उससे बदला ले सके. इसी दौरान करीब 15 दिन पहले दिलशाद हैदराबाद से गोरखपुर आ गया था. उसकी कोर्ट में पेशी होनी थी. जिसके चलते बीते शुक्रवार को दिलशाद कोर्ट में पेशी की तारीख जानने के लिए अपने वकील से मिलने पहुंचा था. कचहरी पहुंचने पर सुरक्षाकर्मी ने उसे मैन गेट पर ही रोक लिया. अंदर नहीं जाने दिया.
इसके बाद दिलशाद ने अपने वकील को फोन कर बताया कि गार्ड अंदर नहीं आने दे रहे हैं. लिहाजा उसके वकील ने उसे वहीं इंतजार करने के लिए कहा. वकील खुद गेट पर आ रहा था. इसी दौरान बाइक पर सवार को होकर दो शख्स वहां पहुंचे और उनमें से एक ने दिलशाद को निशाना बनाकर एक के बाद एक चार गोली दाग दी. पहली गोली उसकी कनपटी पर लगी, जबकि बाकि गोलियां उसके पेट में जा घुसी. जिसकी वजह से दिलशाद ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
दिलशाद लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा. कोर्ट में अफरा तफरी मच गई. हमलावर वहां से भागने लगे. लेकिन कोर्ट के सुरक्षाकर्मियों ने लोगों की मदद से हमलावरों को पकड़ लिया. पकड़े जाने पर पूर्व फौजी की पहचान हुई और पूछताछ में उसने पुलिस को इस कत्ल की वजह बताई.
हत्यारोपी ने बताया कि जमानत पर छूटने के बाद रेप का आरोपी दिलशाद उसे बेटी का अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देता रहता था. साथ ही दिलशाद ने उनके बेटे को भी जान से मारने की धमकी दी थी. इसी बात से परेशान होकर फौजी ने उसे मौत के घाट उतार दिया.