पीएम मोदी के खास: रिटायर्ड IAS अरविंद शर्मा आज बीजेपी में होंगे शामिल, हाल ही में लिया था VRS, जाने इनके बारे में...

सियासत में होगी एंट्री...

Update: 2021-01-14 04:26 GMT

नई दिल्ली: आने वाले दिनों में यूपी की सियासत में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है माना जा रहा है कि अब जल्द ही उत्तर प्रदेश को एक और उपमुख्यमंत्री मिल सकता है मौजूदा समय में यूपी में केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा दो उपमुख्यमंत्री है लेकिन अब ऐसी सियासी खबरे सामने आ रही हैं कि जल्द ही राज्य को तीसरा मुख्यमंत्री मिल सकता है प्रदेश में तीसरे डिप्टी सीएम को लेकर अटकलें तेज हो गई है

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार जिनकों डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है वे पीएम मोदी के खास आफिसरों में से एक हैं बताया जा रहा है कि आईएएस ऑफीशिर अरविंद कुमार शर्मा को यूपी का तीसरा डिप्टी सीएम चुना जा सकता है इस खबर ने तब और जोर पकड़ लिया जा उन्होंने वीआरएस ले लिया अरविंद शर्मा का कार्यकाल अभी दो साल बचा हुआ था लेकिन उन्होंने बीच में सोमवार को वीआरएस ले लिया
खबरों की मानें तो अरविंद कुमार जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं और उन्हें पार्टी में आने वाले विधान सभा चुनाव के मद्देनजर यूपी में एक बड़ी जिम्मेदारी सौपी जा सकती है
एके शर्मा के अचानक नौकरी से वीआरएस लेने से हर कोई सक्ते में हैं और अंदाजा लगाया जा रहा है कि सरकार में उन्हें डिप्टी सीएम तक का पद ऑफर किया जा सकता है इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि अरविंद शर्मा मूल रूप से यूपी के काजाखुर्द मऊ से संबंध रखते हैं अरविंद शर्मा का जन्म 11 अप्रैल 1962 को काजा खुर्द में में हुआ था
शर्माजी का अब तक का सफर क्या रहा है, आइए जानते हैं
यह शर्माजी कोई और नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा हैं, जिन्होंने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) ले लिया है। उनके अचानक वीआरएस लेने के बाद उनके राजनीति में आने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। कहा जा रहा है कि अब यूपी की राजनीति में उनकी एंट्री हो सकती है, जिसके बाद यहां की पॉलिटिक्स बदल सकती है। सूत्रों की मानें तो अरविंद कुमार शर्मा को योगी सरकार एक अहम जिम्मेदारी दे सकती है।
दो साल बाद था रिटायरमेंट
गुजरात कैडर के आईएएस अरविंद कुमार शर्मा के रिटायरमेंट में दो साल बाकी थे, उससे पहले ही उन्होंने वीआरएस लिया है। पीएम के बहुत ही खास और पसंदीदा अफसरों में शामिल अरविंद कुमार शर्मा का बीजेपी जॉइन करके यूपी की पॉलिटिक्स में आने के कयास लगाए जा रहे हैं।
2001 से लगातार मोदी के साथ किया काम
अरविंद 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं। उन्होंने 2001 से लेकर 2013 तक नरेंद्र मोदी के साथ काम किया। उस वक्त मोदी गुजरात के सीएम थे। जब मोदी सीएम रहे तो वह उनके साथ सीएमओ में रहे। नरेंद्र मोदी पीएम बने तो अपने साथ अरविंद कुमार शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे। उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने।
एमएसएमई में दी गई थी अहम जिम्मेदारी
कोरोना वायरस संकट की वजह एमएसएमई की स्थिति काफी खराब हो गई थी। एमएसएमई क्षेत्र के लाखों श्रमिकों के समक्ष रोजगार का संकट पैदा हो गया। लॉकडाउन के में पलायन करके लौटे मजदूरों को रोजगार देना सबसे बड़ी चुनौति बनी। ऐसे में पीएम ने अरविंद कुमार शर्मा पर एक बार फिर से विश्वास जताया और उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा।
भूमिहार समुदाय से आते हैं एके शर्मा
2022 में अरविंद कुमार शर्मा का रिटायरमेंट होना था लेकिन सोमवार को ही उन्होंने अचानक वीआरएस ले लिया। पॉलिटिकल साइंस में फर्स्ट क्लास से मास्टर डिग्री प्राप्त ब्यूरोक्रेट शर्मा जी का जन्म उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में 11अप्रैल 1962 को हुआ था। वह भूमिहार समुदाय से आते हैं। उनके पिता का नाम शिवमूर्ति राय है।
राज्यपाल भी बनाए जा सकते हैं
कयास लग रहे हैं कि एके शर्मा पीएम मोदी के खास अफसरों में शामिल हैं और यूपी से जुड़े हैं। ऐसे में केंद्र में उन्हें कोई बड़ी भूमिका मिल सकती है। कई राज्यों में अभी राज्यपाल के पद खाली हैं, इनमें कुछ केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं। चर्चा है कि उन्हें इन राज्यों में से कहीं का राज्यपाल भी बनाया जा सकता है। कुल मिलाकर रिटायरमेंट के साथ ही शर्माजी सुर्खियों में छा गए हैं।


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