रिश्तों का कत्ल! बेटे ने ही किया अपने बाप का मर्डर, पूजा-पाठ से नींद हुई थी खराब
आगरा: आनंदीपुरम, कहरई (ताजगंज) में गुरुवार को घर में हवन का धुआं भरने पर बेटे ने पिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पिता-पुत्र में मकान बेचने को लेकर पहले से तनातनी चल रही थी। धुएं के कारण हुए विवाद में बेटा हिंसक हो गया। हत्यारोपी बेटा शव को घर में बंद करके फरार हो गया था। शुक्रवार को ताजगंज पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
गुरुवार को 52 वर्षीय मुकेश बाबू की हत्या हुई थी। वह भक्तई करते थे। मूलत: राजपुर चुंगी (सदर) के निवासी थे। पांच साल पहले राजपुर चुंगी का मकान बेचकर कहरई में घर लिया था। गुरुवार की रात उनका बड़ा बेटा अमित कुमार अपनी बहन प्रिया के साथ घर पहुंचा। पुलिस को बताया कि छोटे भाई सौरभ ने प्रिया को फोन किया था। यह बताया कि पिताजी को मार डाला। शव घर में पड़ा है।
अमित ने पुलिस को बताया कि वह और प्रिया मां के साथ राजपुर चुंगी पर किराए के मकान में रहते हैं। कहरई में पिता के साथ छोटे भाई सौरभ और मोनू रहते हैं। दोनों फरार हैं। सौरभ का फोन आने पर वह प्रिया के साथ कहरई गया था। मकान का ताला अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ा। अंदर आंगन में पिता रक्त रंजित शव मिला। पुलिस ने सौरभ और मोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि घटना सौरभ ने की थी। मोनू का पिता की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस के अनुसार सौरभ ने गुस्से में पहले पिता के सिर पर डंडा मारा। उन्होंने चीखना शुरू किया तो उनका मुंह पकड़ लिया। पिता ने उसे काट लिया। गुस्से में सौरभ ने ईंट से पिता के सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। उनकी हत्या कर दी। शाम छह बजे के बाद बहन को फोन करके घटना की जानकारी दी।
सौरभ को पुलिस ने पकड़ा तो उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म स्वीकार किया। बताया कि वह कैलादेवी गया था। गुरुवार की सुबह लौटा। थका हुआ था। वह और मोनू चहाते थे कि पिता कहरई वाला मकान बेचकर उन्हें हिस्सा दे दें। पिता ऐसा नहीं कर रहे थे। वह कैला देवी से लौटा तो पिता से उसने फिर मकान बेचने के लिए कहा। उन्होंने उसकी बात नहीं सुनी। पूजा करने बैठ गए। हवन किया। पूरे घर में धुआं भर गया। वह सो नहीं पा रहा था। उसने विरोध किया। तकरार हो गई। जैसे-तैसे सोया। शाम चार बजे पिता ने फिर पूजा-पाठ शुरू कर दिया। उसकी नींद खुल गई। उसका पिता से विवाद हो गया। उसने उन्हें मार डाला।