लापरवाही पर लगाम: पुलिस-प्रशासन की टीम ने पांच अस्पतालों में की छापेमारी, मिली ये गलतियां
पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: यूपी के गाजियाबाद में पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी के मद्देनजर पांच अस्पतालों पर छापेमारी की. इस दौरान एक अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर रेमडेसिविर को लेकर लापरवाही मिली. अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं. लेकिन उसका रिकॉर्ड नहीं मिला.
पांच अस्पतालों में रे़ड
छापामार टीम में अपर पुलिस अधीक्षक ईरज राजा, एसडीएम, ड्रग इंस्पेक्टर और नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी शामिल थे. अधिकारियों की इस टीम ने नागर हॉस्पिटल, गणेश हॉस्पिटल, नरेंद्र मोहन हॉस्पिटल, ली क्रेस्ट हॉस्पिटल और अटलांटा हॉस्पिटल में बारी-बारी से छापेमारी की. कालाबाजारी रोकने के मकसद से वहां स्टॉक और रिकॉर्ड मेंटेनेंस की जांच की गई.
बाहर बेचे इंजेक्शन
लोहिया नगर के नागर अस्पताल में मेडिकल स्टोर की चेकिंग की गई. इस दौरान पता चला कि उन्हें अभी तक लगभग 250 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले हैं. जिनकी सप्लाई वहां 6 अप्रैल से हो रही है. लेकिन नागर हॉस्पिटल 25 अप्रैल को कोविड हॉस्पिटल डिक्लेअर हुआ है. इस हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर से लोगों को डायरेक्ट रेमडेसिविर बेचा जा रहा था और उसका कोई भी रिकॉर्ड मेंटेन नहीं किया गया.
दी गई चेतावनी
सबसे हैरानी की बात ये है कि जो मरीज नागर अस्पताल में भर्ती थे. उनको भी रेमडेसिविर नहीं दिया गया. सारे रेमडेसिविर इंजेक्शन दुकान से ही बेच दिए गए. इस बारे में मेडिकल स्टाफ की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया. समय दिए जाने के उपरांत भी रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किए गए. वहां लगे कंप्यूटर का डाटा बैकअप लिया गया है. उसकी भी जांच की जा रही है.
एक बाद एक कई अस्पतालों में छापेमारी
इसके अलावा गणेश हॉस्पिटल, नरेंद्र मोहन हॉस्पिटल, ले क्रेस्ट हॉस्पिटल और अटलांटा हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड मेंटेनेंस में त्रुटियां पाई गई हैं. सभी अस्पतालों को इन त्रुटियों को तत्काल दूर करने और सही तरीके से रिकॉर्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं. इन अस्पतालों को सही तरीके से रिकॉर्ड बनाकर तय समय सीमा के अंदर टीम के समक्ष प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं.
होगी कड़ी कार्रवाई
ऐसा नहीं करने पर इन अस्पतालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. इस छापामार कार्रवाई की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी गाज़ियाबाद को आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी गई है. एक हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति भी की गई है.