REET पेपर लीक केस: बाड़मेर के ठेकेदार समेत 2 गिरफ्तार, 70 लाख जब्त
राजस्थान के बहुचर्चित रीट पेपर लीक मामलें में एसओजी ने बुधवार को बाड़मेर के ठेकेदार भजनलाल विश्नोई और अभ्यर्थी सोहनी देवी का गिरफ्तार कर लिया है
राजस्थान के बहुचर्चित रीट पेपर लीक मामलें में एसओजी ने बुधवार को बाड़मेर के ठेकेदार भजनलाल विश्नोई और अभ्यर्थी सोहनी देवी का गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसओजी ने दो-तीन दिन पहले ही इन्हें हिरासत में लिया था। उसके बाद लगातार पूछताछ की जा रही थी। पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार ठेकेदार भजनलाल कई शिक्षण संस्थाएं संचालित करता है। एसओजी की जांच के दौरान पेपर लीक प्रकरण में उसकी संलिप्तता सामने आयी है। मीडिया से बातचीत के दौरान खुद ठेकेदार ने स्वीकार किया था कि उसके यहां काम करने वाले दो तीन लड़के रीट परीक्षा नकल में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद एसओजी ने पूछताछ के लिए भजनलाल को जयपुर तलब कर लिया।
पेपर लीक से कमाए 71 लाख जब्त
एसओजी अधिकारियों के अनुसार रीट पेपर लीक केस के आरोपी रामकृपाल मीणा से पूछताछ के दौरान उसने रीट पेपर के बदले मोटी रकम लेकर कई लोगों को जानकारी दी। जिसके बाद एसओजी ने रामकृपाल की निशानदेही पर उन लोगों से करीब 71 लाख रुपये बरामद किए है। 11 लाख रुपये के बैंक खाते सीज किए कर दिए गए। भजनलाल पिछले कुछ समय से एसओजी के राडार पर था और करीब 3-4 दिन पहले एसओजी बाड़मेर स्थित आवास पर उससे पुछताछ करने पहुंची थी। उसी समय से उसे गिरफ्तार किया जाना था। लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद उस समय एसओजी ने भजनलाल को पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
भर्ती परीक्षाओं में बाड़मेर बदनाम, ब्लैक लिस्ट
भर्ती परीक्षाओं बाड़मेर के परीक्षा केन्द्रों की निरंतर शिकायतें मिलने, नजदीकी जिले जालोर की नकल से जुड़ाव होने के चलते राज्य सरकार ने बाड़मेर जिले को ब्लैक लिस्ट कर रखा है। बीते तीन वर्ष से बाड़मेर में प्रतियोगी परीक्षाओं आयोजन हो है। जिले के अभ्यर्थियों से बाहर जाकर परीक्षाएं पड़ रही है। पेपर लीक प्रकरण में एसओजी बाड़मेर से सटे जालोर जिले से मुख्य आरोपी उदाराम विश्नोई और उसके साथ भजनलाल विश्नोई को गिरफ्तार कर चुकी है। उदाराम की भूमिका सामने आने के बाद से एसओजी बाड़मेर और जालोर जिले के कई इलाकों में संदिग्धों पर कड़ी नजर रखे हुए थी।
नकल का बाड़मेर-जालोर कनेक्शन
बाड़मेर के नजदीकी जालोर जिले के सांचैर के नकल गिरोह का भर्ती परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक करने, फर्जी अभ्यर्थी बिठाने जैसे कारनामें के लिए बदनाम है। ऐसे गिरोह का बाड़मेर में भी अच्छा खास नेटवर्क है। सांचैर निवासी जगदीश विश्नोई की गैंग ने वर्ष 2012 की शिक्षक भर्ती में गुड़ामालानी के पास एक गांव में पूरा तकनीकी सेटअप लगाकर ब्लू टूथ के जरिए नकल करवाने का खेल रचा था। जगदीश के कुछ साथी मौके पर ही पकड़े गए थे। जिनमें सरकारी शिक्षक भी शामिल थे। इसके एक वर्ष 2016 में द्वित अन्य भर्ती में भी नकल करवाने के भर्ती परीक्षा में बाज मामले में जगदीश के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ था। बाद में यह मामला एसओजी को सौंप दिया गया।