सत्ता के लालची और आतंकियों के समर्थक हैं लाल टोपी वाले : पीएम मोदी

Update: 2021-12-07 09:19 GMT

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को 9600 करोड़ रुपये की सौगात दी. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि खाद कारखाना और गोरखपुर एम्स का लोगों को अरसे से इंतजार था. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में फर्टिलाइजर प्लांट और एम्स का शुरू होने अनेक संकेत दे रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार होती है तो डबल तेजी के साथ काम भी होता है. जब नेक नीयत के साथ काम होता है तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पाती हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लाल टोपी वाले सत्ता के लालची और आतंकियों के समर्थक हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- "लाल टोपी वालों को लालबत्ती से मतलब रहा है, उनको आपके दुख तकलीफ से कोई लेना देना नहीं है. लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, अवैध कब्जे के लिए अपनी तिजोरी भरने के लिए, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए सत्ता चाहिए." उन्होंने कहा कि यूरिया के लिए लाइन लगानी पड़ती थी. पिछली सरकारों में कारखाने बंद पड़े थे. हमने यूरिया के उत्पादन को बढ़ाया. पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह भागीरथी गंगा को लेकर आए तो वैसे ही इस फर्टिलाइजर तक ईंधन पहुंचाने के लिए ऊर्जा गंगा को लाया गया है. पीएम ऊर्जा गंगा गैस पाइप लाइन के तहत हल्दिया से जगदीशपुर तक पाइप लाइन बिछाई गई है. इस पाइप लाइन की वजह से गोरखपुर पाइप लाइन तो शुरू हुई ही है, अन्य भागों में भी सस्ती गैस मिलनी शुरू हो गई है.

पीएम मोदी ने गोरखपुर में रिमोट का बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया. इससे पहले, गोरखपुर पहुंचे पीएम मोदी का राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. इस मौके पर सीएम योगी ने कोरोना प्रबंधन को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि दुनिया इस बात की सराहना कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में लगातार माना जाता था कि यहां बीमारी है. उन्होंने कहा कि यहां दिमागी बुखार, मलेरिया आदि विषाणुजनित बीमारियों से मौतें होती थीं. तब 2016 में आदरणीय प्रधानमंत्री ने इसी एम्स का शिलान्यास किया था और आज उद्घाटन भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में इंसेफलाइटिस के मरीज आते थे तो उनका सैंपल टेस्ट के लिए पुणे भेजना पड़ता था. तब तक उस मरीज की मौत हो चुकी होती थी. लेकिन, पीएम मोदी की वजह से गोरखपुर रीजनल वायरल सेंटर में कोरोना के साथ इंसेफलाइटिस, कालाजार और मलेरिया समेत कई अन्य बीमारियों की जांच संभव हो पाएगी.

 

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