लीची की रिकार्ड लोडिंग हुई, रेलवे और किसानों को फायदा

Update: 2022-06-15 08:59 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर की लीची देश के साथ-साथ विदेशों में काफी मशहूर है. पहले के मुकाबले इस बार फसल का उत्पादन ज्यादा होने की वजह से मुजफ्फरपुर जंक्शन से पहली बार रिकॉर्ड लीची की लोडिंग की गई है.

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रसन्न कुमार ने बताया कि इस बार रेल प्रशासन द्वारा मुजफ्फरपुर जंक्शन से 20 मई 2022 से लीची ढुलाई करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. इसके तहत बिना बिचौलिए के किसान और व्यापारी सीधे रेलवे के बुकिंग काउंटर से लीची बुक करा कर अपने गंतव्य तक भेजने में सफल रहे. इस पहल से किसान अपने फसल को कम किराए पर पवन एक्सप्रेस से लोकमान्य तिलक टर्मिनस एवं अन्य स्टेशनों को भेज सकें. इसका परिणाम यह हुआ कि इस वर्ष सोनपुर मंडल में पहली बार रिकॉर्ड लीची ढुलाई की गई.
सोनपुर रेलमंडल के मुजफ्फरपुर स्टेशन से 20 मई से लेकर 13 जून तक के बीच वीपी (पार्सल वैन) के द्वारा कुल 5625 क्विंटल लीची एवं एसएलआर के द्वारा कुल 840 क्विंटल लीची लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशन (मुंबई) भेजा गया, इससे रेलवे को 46 लाख 31 हजार 718 रुपए की रिकॉर्ड आमदनी हुई. यही नही 8 मई से 13 जून 2022 तक लूज पार्सल वैन द्वारा 2988 क्विंटल लीची राजकोट , जयपुर, सूरत, अमृतसर ,दिल्ली ,भुसावल समेत कई स्टेशनों को भेजा गया, जिससे रेलवे को 15 लाख 38 हजार 318 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ.
मुजफ्फरपुर जंक्शन से अब तक 9453 क्विंटल का रिकॉर्ड ढुलाई हुई है ,जिससे रेलवे को कुल 61 लाख 70 हजार 36 रुपए की आमदनी हुई है.जो पिछले वर्ष मुजफ्फरपुर जंक्शन से कुल 5769 क्विंटल लीची की ढुलाई हुई थी, जिससे रेलवे को 30 लाख 22 हजार 121 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था.
मंडल के इस उपलब्धि पर मंडल रेल प्रबंधक नीलमणि ने बताया कि इस बार पवन एक्सप्रेस में पार्सल वैन अटैच करने में चुनौतियों के बावजूद मंडल के बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के निरंतर प्रयास से यह राजस्व अर्जित हुई है. इसका नतीजा है कि इस वर्ष भारी मात्रा में लीची का लदान हुआ और रेलवे को 61 लाख रुपए से अधिक की आमदनी हुई है.


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