गठबंधन सरकार के कार्यकाल में उचाना हलका में हुए रिकार्ड तोड़ विकास कार्य: दुष्यंत चौटाला
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जींद। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार के कार्यकाल में उचाना हलका में रिकार्ड तोड़ विकास कार्य हुए हैं। शहरों एवं गांवों में लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए हलका में सेंकड़ों विकास परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपये गत साढ़े तीन साल के दौरान खर्च किए गए हैं। आगे भी विकास का यह पहिया निरंतर सरपट दौड़ता रहेगा। विकास कार्यों के लिए पैसे की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। वे शुक्रवार को हलका के गांव अलेवा, डाहौला तथा उचाना मंडी में पांच दर्जन से अधिक जलपान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जननायक स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के समुचित ग्रामीण विकास के सपने को साकार करना उनकी पहली मंशा है और वो इसके लिए हमेशा संघर्षरत्त रहेगें। वर्षों से पिछड़ा उचाना हलका वर्तमान में विकासशील क्षेत्रों में शुमार हुआ है और उचाना में हुए विकास की यह दास्तान गांवों एवं शहरों में बनी चमचमाती सड़कें खुद बयान कर रही है। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकों हर मूलभूत सुविधा एवं सहुलियत प्रदान करवाई जाएगी, इसके लिए वे स्वयं निरंतर प्रयासरत्त हैं।
उन्होंने कहा कि उचाना हलका के करीब 17 गांव पेयजल के लिए तरसते रहे, उनकी इस समस्या का उन्होंने स्थायी समाधान करवाया है। इन 17 गांवों के लोगों को पीने के लिए अब जल्द ही भाखड़ा का नीला पानी उपलब्ध होगा। इस संबंध में परियोजना को सरकार द्वारा मंजूर कर दिया गया है। उचाना के बाईपास को मंजूरी मिल गई है, इसके बनने से क्षेत्र व आसपास के लोगों को सुगम यातायात की सुविधा मिलेगी। चौटाला ने कहा कि सरकार ने किसानों का दर्द समझा है और इसीलिए फसल बिक्री प्रणाली अंत्यत सरल बनाया है। वर्तमान खरीफ फसल में आगामी सीजन के दौरान बाजरा, धान, कपास व अन्य फसलों की बिक्री के लिए भी किसान को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। किसानों की सुविधा के लिए खरीफ फसल की खरीद के लिए प्रदेश में खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ानी पड़ी तो सरकार इस पर भी साकारात्मक कदम उठाएगी। इसके लिए किसान अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन करवाएं। इस मौके पर उचाना एसडीएम गुलजार मलिक, जेजेपी जिलाध्यक्ष कृष्ण राठी, उपमुख्यमंत्री के निजी सचिव प्रो. जगदीश सिहाग, हलका जजपा प्रधान विश्ववीर उर्फ काला नंबरदार, जिला परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि कुलदीप रंधावा, शमशेर नगूरां, जोरासिंह डूमरखां, बलवान नैन दनौदा, समेत विभिन्न कार्यकर्ता मौजूद रहे।