मुंबई: दो हजार रुपये के नोटों को वापस लेने की प्रक्रिया जारी है। इस बीच आरबीआई ने मंगलवार को कहा कि प्रचलन में मौजूद 2000 रूपए के 88 प्रतिशत बैंक नोट 31 जुलाई तक बैंकों में वापस आ गए हैं। प्रचलन में 2000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य, जो 31 मार्च तक 3.62 लाख करोड़ रुपये था, 19 मई तक घटकर 3.56 लाख करोड़ रुपये हो गया।
बैंकों के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 31 जुलाई तक बैंकों में वापस आए 2000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य 3.14 लाख करोड़ रुपये है - जो कुल का 88 प्रतिशत है। आरबीआई ने कहा कि फिलहाल 2000 रुपये के 0.42 लाख करोड़ रुपये के बैंक नोट प्रचलन में हैं।
केंद्रीय बैंकों के आंकड़ों से पता चलता है कि प्रचलन से वापस किए गए नोटों में गभग 87 प्रतिशत जमा के रूप में और शेष 13 प्रतिशत को दूसरे मूल्यवर्ग के नोटों में बदला गया। आरबीआई ने लोगों से आग्रह किया है कि वे 30 सितंबर 2023 की समय सीमा से पहले भीड़ से बचने के लिए अपने पास मौजूद 2000 रुपये के बैंक नोटों को जमा कर दें या बदल लें। अब केवल दो महीने हैं।