हिम्मतनगर: गुजरात में नाबालिग से रेप करने के आरोप में जेल में बंद एक आरोपी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने पहली मंजिल पर शौचालय के वेंटिलेटर से बंधी रस्सी से फांसी लगा ली। उस समय अन्य कैदी नाश्ते के लिए लाइन में लगे थे।
गुजरात में एक विचाराधीन कैदी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि 24 साल के एक विचाराधीन कैदी ने गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर उप जेल में एक बैरक के शौचालय में फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना शनिवार सुबह हुई और बाद में दिन में हिम्मतनगर बी-डिवीजन पुलिस थाने की स्टेशन डायरी में यह घटना दर्ज की गई। हिम्मतनगर जिला कारागार के जिला जेल अधीक्षक जेजी चावड़ा ने कहा कि विपुल मथासुलिया ने शनिवार सुबह बैरक की पहली मंजिल पर शौचालय के वेंटिलेटर से बंधी रस्सी से फांसी लगा ली। उस समय अन्य कैदी नाश्ते के लिए लाइन में लगे थे।
मथासुलिया पर एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप था। उस पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि वह जुलाई से उप जेल में बंद था। अधिकारी ने कहा कि मथासुलिया द्वारा ऐसा कदम क्यों उठाया गया, इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि शव को फोरेंसिक पोस्टमार्टम के लिए अहमदाबाद भेजा गया है और दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है।