निलंबित आईएएस और आरोपी की मीटिंग अरेंज कराई, जेल सुपरिटेंडेंट से ईडी की पूछताछ
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपियों को अनुचित सुविधाएं.
रांची: मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपियों की मदद करने और जेल में उन्हें अनुचित सुविधाएं-सेवाएं उपलब्ध कराने के मामले में ईडी रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर से पूछताछ कर रही है। आरोप है कि जेल मैनुअल का उल्लंघन कर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कैदी निलंबित आईएएस छवि रंजन और एक अन्य आरोपी प्रेम प्रकाश की मीटिंग अरेंज कराई गई थी।
मनरेगा घोटाला, अवैध खनन, भूमि घोटाला, पद का दुरुपयोग कर काली कमाई सहित आधा दर्जन से अधिक चर्चित मामलों के आरोपियों को ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत जेल भेजा है। ईडी को पुख्ता सूचना मिली थी कि जेल में कैदियों को जेल मैनुअल का उल्लंघन कर मदद पहुंचायी जा रही है। रांची के जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईएएस छवि रंजन 5 मई को जेल भेजे गए थे। उसी दिन उन्होंने वीआईपी सेल में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के साथ मीटिंग की थी। प्रेम प्रकाश भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहले से जेल में बंद है। ईडी ने दोनों की मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज जब्त किया था। ईडी के समन पर बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे एयरपोर्ट स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पहुंचे।
इसके पहले बीते दिसंबर महीने में भी ईडी ने एक हजार करोड़ की मनी लांड्रिंग के किंगपिन पंकज मिश्र की मदद करने के मामले में जेल सुपरिटेंडेंट से पूछताछ की थी। जेल में बंद रहते हुए भी पंकज मिश्र ने 300 से ज्यादा फोन कॉल्स किए। उसे जेल के बंदी के तौर पर इलाज के लिए जब रिम्स भेजा गया, तो उसने जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ाकर कई अफसरों और नेताओं को लगातार फोन कॉल्स किए। इतना ही नहीं, उसने कई अनुचित सुविधाओं का भी लाभ उठाया। ईडी ने अदालत में प्रॉसिक्यूशन कंप्लेन में भी आरोप लगाया कि जेल के भीतर आईएएस पूजा सिंघल और छवि रंजन के अलावा कारोबारी प्रेम प्रकाश, सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि रहे पंकज मिश्र, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल को अनुचित मदद की गई है।