नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन (BKU) में फूट का सामना करने रहे टिकैत बंधुओं के सामने नया संकट खड़ा हो गया है। दोनों किसान नेताओं पर सरकारी जमीन हड़पने के आरोप लगे हैं। आधिकारी का कहना है कि मामले में जांच शुरू की जाएगी। वहीं, शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो मामले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने उठाया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में रहने वाले राहुल मुखिया ने राकेश टिकैत और नरेश टिकैत पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाए हैं कि इस संबंध में शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने कहा, 'एक दशक पहले सरकार की तरफ से सिसौली गांव में जमीन का हिस्सा तालाब के लिए आवंटित किया गया था। हालांकि, टिकैत भाइयों ने तालाब को मिट्टी से भर दिया और अवैध रूप से रहवासीय संपत्ति का निर्माण कर लिया है। मैंने इस मामले में लिखित रूप से जिला स्तर पर अधिकारियों को सूचित किया है और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान को भी अवगत कराया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।'
बुढ़ाना इलाके के एसडीएम अरुण कुमार का कहना है, 'मामले में जांच की जाएगी, क्योंकि शिकायत दर्ज हो चुकी है। हम मामले की जांच करेंगे और कार्रवाई करेंगे।' वहीं, मुखिया ने भी चेतावनी दी है कि अगर जिला प्रशासन ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, तो वह न्याय के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी तक जाएंगे।
इधर, नरेश टिकैत ने आरोपों को 'निराधार' बताया है और कहा है कि 'पूछताछ के लिए तैयार हैं।' उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि क्यों ये लोग मुझपर आरोप लगा रहे हैं। हमने किसी सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है, सभी आरोप निराधार हैं।'