महिला से यौन शोषण मामलें राजवर्धन परमार उज्जैन से गिरफ्तार

जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2023-05-31 13:06 GMT
नई दिल्ली। महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्‍यक्ष राजवर्धन सिंह परमार को दिल्ली पुलिस ने उज्‍जैन से गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. अब महिला और राजवर्धन परमार के बीच हुई बातचीत का व्हाट्सएप चैट भी वायरल हो रहा है. 27 मई को मामला दर्ज होने के बाद से ही राजवर्धन फरार था. अब उसे पुलिसउज्जैन से लेकर दिल्ली आ रही है. महिला का आरोप है कि महाराणा प्रताप सेना के अध्‍यक्ष राज्‍यवर्धन सिंह ने दो बड़े मंत्रियों से मुलाकात के नाम पर यूपी भवन बुलाया था. इतना ही नहीं बड़े अधिकारी के लिए कमरा देने के नाम पर कमरा नंबर 122 खुलवाया. आरोप है कि राज्‍यर्वधन सिंह ने महिला के साथ यौन शोषण किया. महिला ने विरोध किया तो उसे डराया और धमकाया गया.

पीड़िता की तरफ से दर्ज FIR के मुताबिक, “राजवर्धन सिंह परमार खुद को भाजपा नेता और राजनाथ सिंह को अपना ताऊ बताता है. मेरी पहली बार उससे मुलाकात 25 मई, 2023 को दिल्ली के विट्ठल भवन पटेल चौक के कैफे कॉफी शॉप में हुई. उसने मुझे 26 मई को भी इसी भवन पर बुलाया और यह कहकर यूपी भवन ले गया कि चलो आपको वहां नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह से मिलवाता हूं. जब मैंने रूम में जाकर देखा, तो वहां कोई नहीं था. अंदर से लॉक लगाकर राजवर्धन सिंह परमार ने वेट करने के लिए कहा कि कुछ देर में दोनों नेता आ रहे हैं. उसके बाद मीटिंग हो जाएगी.” FIR के मुताबिक, “इस दौरान आरोपी बाथरूम गया. वहां कपड़े उतार कर बाहर आया और मेरे सामने खड़ा हो गया. मैंने भागने की कोशिश की, तो जबरदस्ती करने लगा. मुझे धमकी देने लगा कि तुम्हारा करियर बना दूंगा और एक मिनट में बिगाड़ भी दूंगा.”
एफआईआर दर्ज होने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने यूपी भवन में तैनात तीन अफसरों दिनेश कारुष, राकेश चौधरी और पारस को सस्‍पेंड कर दिया. वहीं, जिस कमरे में महिला के साथ यौन उत्‍पीड़न हुआ है, उस कमरे को भी सील कर दिया गया है. वहीं महिला और राजवर्धन के बीच हुई बातचीत का व्हाट्सएप चैट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल चैट का लल्लूराम डॉट कॉम पुष्टि नहीं करता है.
दिल्ली के यूपी भवन में हुए यौन शोषण के मामले में प्रशासन के द्वारा बड़ी कर्रवाई की गई है। इस मामले में आरोपी महाराणा प्रताप सेना अध्यक्ष राज्यवर्धन सिंह परमार को पुलिस ने मध्यप्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि कल यानि मंगलवार को इस मामले में आरोपी आरोपी महाराणा प्रताप सेना अध्यक्ष राज्यवर्धन सिंह परमार ने पत्र जारी कर कहा था कि मेरे खिलाफ साजिश हो रही है, उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके नशा मुक्त अभियान, लव जिहाद मुक्त भारत और मजार मुक्त भारत को रोकने के लिए फंसाया जा रहा है। मैं हर जांच के लिए तैयार हूं।
दरअसल एक युवती ने यौन शोषण का आरोप लगते हुए दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं, इस मामले को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया, जिसमें कई अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, दिल्ली पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया था जिसमें यौन शोषण किया हुआ था। उधर, पूरे मामले में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने विभागीय जांच का आदेश दिया । यूपी भवन के कई अधिकारी सस्पेंड किए गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। यूपी भवन के व्यवस्था अधिकारी दिनेश कारूष सस्पेंड किए गए हैं। राकेश चौधरी और पारस भी सस्पेंड किए गए हैं। राजीव तिवारी को यूपी भवन की जिम्मेदारी दी गई है।
जानिए क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के रहने वाले राज्यवर्धन सिंह परमार 26 मई 2023 की दोपहर करीब 12:20 पर एक अज्ञात महिला को लेकर UP भवन पहुंचे। उस वक्त स्वागत पटल पर दो कर्मचारी राकेश चौधरी और पारस मौजूद थे। इन लोगों ने राज्यवर्धन सिंह परमार को एक कमरा उपलब्ध करवाया। राज्यवर्धन सिंह परमार इस समय महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन विशेष लोगों की सूची में शामिल नहीं है, जिन्हें दिल्ली के UP भवन में कमरा आवंटित किया जा सकता है। इसके बावजूद गलत ढंग से राज्यवर्धन सिंह परमार को कमरा आवंटित किया गया।
राज्यवर्धन सिंह परमार और अज्ञात महिला उसी दिन 01:05 बजे उस कमरे से बाहर चले गए। बाद में उसी अज्ञात महिला ने चाणक्यपुरी थाने में जाकर राज्यवर्धन सिंह परमार के खिलाफ शिकायत दी। जिसमें महिला ने आरोप लगाया कि राज्यवर्धन सिंह उसे UP भवन लेकर गया और वहां उसका यौन शोषण किया गया है।
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