राजस्थान : UDH मंत्री शांति धारीवाल ने बोले- CM अशोक गहलोत कहेंगे तो छोड़ दूंगा मंत्री पद

दिवाली (Diwali 2021) के बाद राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार (Rajasthan Cabinet Expansion) की अटकलों के बीच बुधवार को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwa) ने बड़ा बयान दिया

Update: 2021-10-27 18:10 GMT

दिवाली (Diwali 2021) के बाद राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार (Rajasthan Cabinet Expansion) की अटकलों के बीच बुधवार को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwa) ने बड़ा बयान दिया. धारीवाल ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस पार्टी में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. पार्टी आलाकमान ने राजस्थान की प्रतिभाओं की कद्र करते हुए उन्हें अहम जिम्मेदारियां सौंपी हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से बड़ा कोई नेता नहीं है.जैसा वो कहेंगे हम वैसा ही करेंगे. माना जा रहा है कि नवंबर में कभी भी गहलोत कैबिनेट का विस्ताक किया जा सकता है. गहलोत सरकार में नंबर दो मंत्री शांति धारीवाल ने सीएम गहलोत की तारीफों के पुल बांधे. अगले महीने संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बुलाकर मंत्री बनाया था. जिस दिन कहेंगे मंत्री पद छोड़ दो, तो छोड़ देंगे. दोबारा बनायेंगे तो फिर बन जाएंगे. शांति धारीवाल बोले, 'सीएम चुनाव लड़ाएंगे, तो लड़ लेंगे, तो नहीं तो किसी और को लड़ा देंगे'. धारीवाल ने कहा कि सीएम गहलोत से बड़ा राजस्थान में कोई नेता नहीं है, जो उनकी जितनी प्रदेश की सेवा कर सकता हो.

शांति धारीवाल ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने राजस्थान की प्रतिभाओं पहचाना है, इसलिए अहम जिम्मेदारियां मिली है. सचिन पायलट को लेकर उन्होंने कहा कि उनमें प्रतिभा है, मगर जो इच्छा उन्होंने जाहिर की है उस पर हमें एतराज है.
जल्द हो सकता है राजस्थान में मंत्रीमंडल विस्तार
शांति धारीवाल ने रघु शर्मा और हरीश चौधरी को गुजरात और पंजाब का प्रभारी बनाए जाने पर कहा कि राजस्थान की कांग्रेस पार्टी में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. रघु शर्मा ने संगठन में अपना जीवन दिया है. छात्र राजनीति से लेकर यूथ कांग्रेस तक पार्टी की मजबूती में उनका योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि हरीश चौधरी ने खुद संगठन में काम करने की इच्छा जताई है. पार्टी आालाकमान ने उनकी भावनाओं की कद्र की और उन्हें पंजाब का प्रभारी बनाया गया
सचिन पायलट को लेकर शांति धारीवाल ने कहा कि उनमें प्रतिभा है. मगर जो इच्छा उन्होंने जाहिर की है उस पर हमें एतराज है. मालूम हो कि प्रदेश में धरियावद और वल्लभनगर में 30 अक्टूबर को उपचुनाव है और दो नवंबर को उप चुनाव के नतीजे आएंगे. चार नवंबर को दिवाली है. उसके बाद लगभग तय माना जा रहा है कि नवंबर में मंत्रिमंडल विस्तार का शुभ मुहूर्त जरूर आएगा. इसलिए धारीवाल जैसा कद्दावर मंत्री भी सीएम गहलोत के प्रति अपनी वफादारी का इजहार करने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं, ताकि मंत्री पद के लिए बेचैन हो रहे विधायकों में ये संदेश जाए कि मंत्री पद ही सब कुछ नहीं होता. पार्टी और मुख्यमंत्री के प्रति भी निष्ठा बड़ी चीज है.


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