आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में बारिश से हाहाकार, पानी में बह रहे शव, देखें तबाही का वीडियो

Update: 2021-11-20 03:05 GMT

नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के वाईएसआर कडप्पा जिले में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण हुई भारी बारिश और बाढ़ की वजह से 12 लोगों की मौत हो गयी है तथा कई अन्य लापता हैं। पुलिस ने बताया कि जिले के राजमपेट डिवीजन के नंदलुरु, मंडवल्ली और आकापाडु गांवों में बाढ़ के पानी में एपीएसआरटीसी की तीन बसें फंस गयीं। चेयुरु जलाशय के टूटने के कारण बाढ़ का पानी सड़कों पर भर गया था, जिसमें ये बसें डूब गईं। तमिलनाडु और केरल में भी भारी बारिश से लोगों का जीवन मुश्किल में पड़ गया है। कहीं घर गिरने से लोगों की मौत हो रही है तो सबरीमाला मंदिर भी एक दिन के लिए बंद कर दिया है। आंध्र प्रदेश के खराब हालात देखते हुए पीएम मोदी ने सीएम वाई एस जगनमोहन रेड्डी से बात की है।

एक बस में सवार कुछ यात्री बाढ़ के पानी में बहते पाये गये। गुडलुरु गांव में सात शव निकाले गए, रायवरम गांव में तीन शव निकाले गए और मदनपल्ले गांव में दो शव निकाले गए। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि वे बस के यात्रियों के शव हैं या आसपास के ग्रामीणों के। दमकल कर्मियों ने अन्य दो बसों के यात्रियों को बचा लिया। पुलिस ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कुछ अन्य अब भी लापता हैं।


वाईएसआर कडप्पा जिला भारी बारिश और बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। एक आधिकारिक वज्ञिप्ति में शुक्रवार को यहां कहा गया कि मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी स्थिति का आकलन करने के लिए शनिवार को कडप्पा जिले में हवाई सर्वेक्षण करेंगे। श्री रेड्डी ने भारी बारिश के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का नर्दिेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भारी बारिश से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आयेगी और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश व इससे पैदा हुई बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से बात की और उन्हें हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। ज्ञात हो कि आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में शुक्रवार को अचानक आई बाढ़ में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कुछ लोगों के इसमें बह जाने की आशंका जताई गई है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ''आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर बात की। हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया।''


उन्होंने सभी के कुशल क्षेम व सुरक्षा की कामना की। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण हुई भारी बारिश से राज्य में कुछ नदियां उफान पर हैं और इससे चित्तूर और कडप्पा में कई वर्षों की सबसे भयानक बाढ़ आई। राष्ट्रीय आपदा मोचन दल और राज्य आपदा मोचन बल के दल बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हैं।
तमिलनाडु में भी भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में कल भारी बारिश के बीच एक घर गिरने से चार बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई। राज्य में लगातार हो रही बारिश से भारी नुकसान हो रहा है।
केंद्र सरकार ने तमिलनाडु में पिछले सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक केंद्रीय दल की प्रतिनियुक्ति की है। अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल राज्य में बाढ़ आई बाढ़ की प्रकृति का पता लगायेगा और राज्य को अतिरक्ति केंद्रीय सहायता की सिफारिशें करेगा। दल का नेतृत्व गृह मंत्रालय के एनएटीजीआरआईडी के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा करेंगे और इसमें कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयों और विभागों, वत्ति (व्यय विभाग), जल शक्ति, बिजली, सड़क, परिवहन और राजमार्ग और ग्रामीण विकास मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।


आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मामले के महत्व को देखते हुए केंद्रीय दल तुरंत राज्य का दौरा पर आ सकता है। दौरे से लौटने और अंतिम मूल्यांकन करने के बाद अपनी रिपोर्ट की 15 प्रतियां एक सप्ताह के भीतर आपदा प्रबंधन प्रभाग, केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपेगा।ह्व दल की सहायता के लिए क्षेत्रों में चल रही योजनाओं और कार्यक्रमों से परिचित प्रत्येक अधिकारी को नियुक्त करने के नर्दिेश दिए गए है।
केरल में हो रही भारी बारिश का असर अब श्रद्धालुओं को भी देखने को मिलेगा. भारी बारिश के कारण पठानमथिट्टा जिले के सबरीमाला पहाड़ी में प्रसिद्ध अयप्पा मंदिर की तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई। जिले में भारी बारिश और पंबा सहित प्रमुख नदियों में जल स्तर बढ़ गया है जिसे देखते हुए यह कदम उठाया गया। यह आदेश पथानामथिट्टा जिला प्रशासन ने शुक्रवार को जारी किया।


जिला प्रशासन ने कहा कि पवित्र नदी मानी जाने वाली पम्बा उफान पर है और पंबा बांध (जहां रेड अलर्ट की स्थिति जारी की गई है) को बाद में खोला जाएगा।
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