रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने सतना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया
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जबलपुर। केन्द्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एंव सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से) 01 अक्टूबर 2023 को सतना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम के दौरान माननीय सांसद सतना गणेश सिंह, शहर के प्रथम नागरिक माननीय महापौर योगेश ताम्रकार सहितअन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे। रेलवे प्रशासन की तरफ से पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता एवं मण्डल रेल प्रबंधक विवेक शील सहित मुख्यालय तथा मण्डल के अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के शुरुआत में माननीय सांसद गणेश सिंह जी का पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया साथ ही मण्डल रेल प्रबंधक श्री विवेक शील द्वारा मंचासीन शहर के अन्य गणमान्य नागरिकों का भी स्वागत किया गया। इस अवसर पर माननीय केन्द्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ने पर उनका अभिनंदन किया गया। सांसद गणेश सिंह जी द्वारा अपने संबोधन में कहा कि आज सतना के लिए ऐतिहासिक दिन है।
सतना वासियों को बहुत बड़ी सौगात प्रधानमंत्री द्वारा दी जा रही है। हमारे सतना स्टेशन पर भी बहुत जल्दी विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। रानी कमलापति की तरह सतना स्टेशन को भी पुनर्विकसित किया जा रहा है। इसके लिए माननीय रेलमंत्री जी के प्रति भी आभार व्यक्त करते हैं। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने उद्बोधन में कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारतीय रेल निरंतर चहुंमुखी विकास के पथ पर अग्रसर है। रेलवे में अधोसंरचनाओं का निरंतर विकास हो रहा है। मध्यप्रदेश में भी रेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है मध्य प्रदेश में वर्तमान में 77,797 करोड़ रुपए से अधिक की लगभग 40 परियोजनाओं में कार्य चल रहा है। इस वर्ष के बजट में भी मध्य प्रदेश को रिकॉर्ड 13,607 करोड़ रुपए रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए आवंटित किए गए हैं। भारतीय रेल द्वारा स्टेशनों के पुनर्विकास हेतु ‘‘अमृत भारत स्टेशन योजना‘‘ की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत देशभर में लगभग 1300 से अधिक स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है। इस योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश के लगभग 80 से अधिक स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इसी श्रंखला में आज सतना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास किया जा रहा है।सतना शहर को बघेलखंड क्षेत्र की व्यावसायिक राजधानी भी कहा जाता है और यहाँ खनिजों का विशाल भंडार है। सतना जंक्शन मध्य प्रदेश राज्य का मुख्य रेलवे स्टेशन है। सतना स्टेशन को लगभग 272 करोड़ रूपए की लागत से विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकसित किया जायेगा। स्टेशन भवन को सतना शहर में स्थित सबसे प्राचीन वेंकटेश्वर मंदिर की डिज़ाइन के अनुरूप विकसित किया जायेगा।
निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध होंगी
सतना स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत स्टेशन बिल्डिंग का उन्नयन, अलग-अलग प्रवेश-निकास द्वार, 36 मीटर चौड़ा रूफ प्लाजा, नए फुट ओवर ब्रिज के साथ हाई लेवल प्लेटफार्म एवं संपूर्ण प्लेटफार्म कवर शेड, सर्कुलेटिंग एरिया का विकास तथा पर्याप्त पार्किंग सुविधा एवं स्टेण्डर्ड संकेतकों का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे-
• 2,286 वर्गमीटर में रूफ प्लाजा, एसी आरक्षित पुरुष प्रतीक्षालय एवं एसी आरक्षित महिला प्रतीक्षालय का प्रावधान।
• एक्जीक्यूटिव/वीआईपी वेटिंग लाउंज का प्रावधान।
• सभी प्लेटफॉमों पर शेल्टर का प्रावधान।
• 30,900 वर्गमीटर में वृहद पार्किंग की व्यवस्था।
• प्रस्थान ब्लॉक, आगमन ब्लॉक, रूफ प्लाज़ा में लिफ्ट, एस्केलेटर्स एवं सीढ़ियों, फुट ओवर ब्रिजों पर लिफ्ट, एस्केलेटर्स एवं सीढ़ियों, पार्सल साइड में स्थित फुट ओवर ब्रिज पर लिफ्ट्स। इस तरह स्टेशन पर कुल 25 लिफ्ट 24 एस्केलेटर्स एवं 21 सीढ़ियों का प्रावधान है।
• आगमन ब्लॉक में 6 मीटर चौड़े 02 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण।
• प्रस्थान ब्लॉक में 6 मीटर चौड़े 01 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण।
• 19,522 वर्गमीटर में हरित क्षेत्र का प्रावधान।
• रूफ प्लाज़ा में वाणिज्यिक उपयोग हेतु 590 वर्गमीटर स्थान का प्रावधान।
• वाणिज्यिक विकास हेतु स्टेशन भवन में कुल 3,505 वर्गमीटर के स्थान का प्रावधान।
• प्रवेश, निकास और पार्किंग स्थान के साथ यात्रियों की बेहतर पहुंच के लिए दूसरे प्रवेश द्वार के लिए पर्याप्त जगह का प्रावधान।
• स्टेशन पर कुशल यातायात प्रबंधन।
• रूफ प्लाजा का प्रावधान।
• ड्रॉप ऑफ और पिक अप क्षेत्र के लिए पर्याप्त जगह के साथ चौड़ी सड़क का प्रावधान।
• शहर के दोनों किनारों का एकीकरण।
पुनर्विकसित स्टेशन बनने से लाभ-
इस स्टेशन के पुनर्विकसित हो जाने से यात्री एवं गुड्स ट्रेनों का सुगम संचालन किया जा सकेगा।
स्टेशन के पुनर्विकास से यात्रियों को आवागमन में सुविधा होगी और साथ ही क्षेत्र की आर्थिक तथा सामाजिक उन्नति भी होगी।
रेलवे स्टेशन की उन्नति के साथ क्षेत्र में रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और व्यापार के क्षेत्रों में नए अवसर उपलब्ध होंगे।
साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी मध्य प्रदेश राज्य का विकास होगा।