नगालैंड की घटना पर राहुल गांधी का सवाल- देश में न नागरिक सुरक्षित, न सुरक्षाबल, क्या कर रहा है गृह मंत्रालय

Update: 2021-12-05 09:02 GMT

नई दिल्ली: नागालैंड में फायरिंग की घटना में 11 नागरिकों और एक जवान की मौत पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं. नागालैंड के मोन जिले में शनिवार को एक उग्रवाद रोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों द्वारा कथित रूप से की गई फायरिंग में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद इलाके में स्थिति तनाव पैदा हो गया.

राहुल गांधी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, "यह बहुत ही दुखद है. भारत सरकार को सच्चाई के साथ जवाब देना चाहिए. जब अपने ही घर में ना आम लोग और न ही सुरक्षाबल सुरक्षित हैं, तो आखिरकार गृह मंत्रालय क्या कर रहा है?"
भारतीय सेना ने रविवार को आम लोगों की मौत होने के मामले की 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' का आदेश दिया और इस घटना पर गहरा खेद जताया. सेना ने एक बयान में कहा, "लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी. कई सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है."
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर दुखी जताते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठिक एसआईटी मामले की जांच करेगी. उन्होंने ट्वीट किया, "नागालैंड के मोन के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं. मैं जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय एसआईटी टीम इस घटना की जांच करेगी. ताकि दुखी परिवारों को न्याय दिलाई जा सके."
आम लोगों की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों की कुछ गाड़ियों में शनिवार को आग लगा दिया. घटना में कई घायल भी हुए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई. वहीं नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने लोगों से शांति की अपील की है.
उन्होंने कहा, ''मोन के ओटिंग में आम लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है. मैं दुखी परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. मामले की एसआईटी (विशेष जांच दल) से उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और कानून के अनुसार न्याय किया जाएगा. मैं सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं.''

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