राहुल गांधी ने केन्द्र पर साधा निशाना, बोले- 'सरकार ना सिर्फ कोरोना संकट बल्कि लोगों के साथ खड़े होने में भी विफल रही'
कोरोना के चलते एक तरफ जहां देश की स्थिति अब भी भयावह बनी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ रोज मौत के चार हजार से ज्यादा आंकड़े देश की डरावनी तस्वीर पेश कर रहे हैं.
कोरोना के चलते एक तरफ जहां देश की स्थिति अब भी भयावह बनी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ रोज मौत के चार हजार से ज्यादा आंकड़े देश की डरावनी तस्वीर पेश कर रहे हैं. इस बीच, विपक्षी दलों की तरफ से कोविड-19 के बहाने लगातार केन्द्र सरकार को घेरने की कोशिश हो रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को एक बार फिर से कोरोना के बहाने मोदी सरकार पर हमला बोला.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा- एक तरफ सरकार ना सिर्फ कोविड संकट के प्रबंधन में विफल रही बल्कि लोगों के साथ खड़ा तक नहीं हो पाई. दूसरी ओर हर रोज कई ऐसी परोपकार और मजबूत करने वाली व्यक्तिगत कहानियां हैं. दूसरे की सेवा करने वाले इन नायकों का बहुत-बहुत आभार और दुनिया यह देख रही है कि भारत वास्तव में किस लिए खड़ा है.
इससे पहले, पीएम केयर्स को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा.
राहुल गांधी ने कहा, ''PMCares के वेंटिलेटर और स्वयं PM में कई समानताएं हैं. दोनों का हद से ज़्यादा झूठा प्रचार, दोनों ही अपना काम करने में फ़ेल और ज़रूरत के समय दोनों को ढूंढना मुश्किल है.'' इससे पहले रविवार को राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री की आलोचना करने वाले पोस्टर कथित तौर पर लगाने को लेकर कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की रविवार को निंदा की. इसके साथ ही, सरकार को चुनौती दी कि वह कोविड-19 के टीकों के निर्यात पर सवाल उठाने को लेकर उन्हें गिरफ्तार करे.
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने ट्विटर पर अपनी प्रोफ़ाइल तस्वीरें ऐसे पोस्टरों से बदल दीं जिसमें सवाल किया गया है कि कोविड के टीके विदेश क्यों भेजे गए. विपक्षी दल ने कहा कि अगर लोगों को टीके, दवाएं और ऑक्सीजन नहीं मिली तो प्रधानमंत्री से कड़े सवाल पूछे जाएंगे.