राहुल गांधी ने किसानों की बात करते हुए सरकार पर जमीन अधिग्रहण कानून को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि आपने किसानों के लिए क्या किया, तीन काले कानून. किसान आपसे एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग कर रहे हैं. आपने उनको बॉर्डर पर रोक रखा है. किसान मुझसे मिलने यहां आना चाहते थे. आपने उनको यहां आने नहीं दिया. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि सदन में गलत ना बोलें. राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं वहां गया तब उन्हें आने दिया गया. स्पीकर ने कहा कि आप उनसे मिले, इसमें सदन की एक मर्यादा का उल्लंघन हुआ. सदन में सदस्य के अलावा कोई बाइट नहीं दे सकता. आपकी मौजूदगी में उन्होंने बाइट दी. राहुल गांधी ने इस पर कहा कि ये मुझे मालूम नहीं था. उन्होंने कहा कि अन्नदाता जो चाहते हैं, एमएसपी की लीगल गारंटी, ये इतना बड़ा काम नहीं है. सरकार बजट में ये कर देती तो किसान चक्रव्यूह से निकल जाते. आपने जो काम नहीं किया, हम किसानों से कहना चाहते हैं कि हम ये करके देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि दो लोग देश की अर्थव्यवस्था संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बजट में युवाओं के लिए आपने क्या किया. इसके कारण एक युवा को रोजगार नहीं मिल सकता. राहुल गांधी ने कहा कि ये जो इंटर्नशिप प्रोग्राम है, वह मजाक है. क्योंकि आपने कहा कि इंटर्नशिप केवल देश की टॉप 500 कंपनियों में ही होगा. उन्होंने कहा कि आपने पहले युवाओं की टांग तोड़ दी और फिर बैंडेज लगा रहे हैं. युवाओं को आपने एक तरफ पेपरलीक, दूसरी तरफ बेरोजगारी के चक्रव्यूह में फंसा दिया है. 10 साल में 70 बार पेपर लीक हुआ है. पेपरलीक को लेकर बजट में एकबार नहीं कहा गया है. एजुकेशन बजट में जो पैसा देना चाहिए था, उसे भी नहीं दिया गया. दूसरी तरफ पहली बार आपने सेना के जवानों को अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसाया. अग्निवीरों के लिए एक रुपया नहीं है.
लोकसभा में बजट पर बोलते हुए राहुल गांधी ने अभिमन्यू को चक्रव्यूह में फंसाकर मारे जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जो अभिमन्यू के साथ किया गया था, वही हिंदुस्तान के लोगों के साथ किया जा रहा है. चक्रव्यूह का एक और रूप होता है पद्मव्यूह जो लोटसव्यू में होता है जिसे मोदीजी अपने सीने पर लगाकर चलते हैं. इस व्यूह को मोदीजी, अमित शाहजी, मोहन भागवत जी, अजित डोभाल जी, अंबानीजी, अडानी जी कंट्रोल कर रहे हैं. 21वीं सदी में नया चक्रव्यूह रचा गया. इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. स्पीकर ओम बिरला ने इस पर राहुल गांधी को टोकते हुए कहा कि आपके सदस्यों ने भी कई बार कहा है कि जो सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम नहीं जाना चाहिए. इस पर राहुल ने कहा कि आप कहते हैं तो एनएसए, अंबानी और अडानीजी का नाम निकाल देता हूं सर.
संसद के चालू मॉनसून सत्र का आज छठा दिन है. मॉनसून सत्र के छठे दिन संसद के दोनों सदनों में बजट पर चर्चा होगी.