कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्टी के डिजिटल 'जन जागरण अभियान' का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में पार्टी नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर चल रहे विवाद को लेकर अपनी बात रखी। राहुल ने कहा, "आखिर हिदू धर्म और हिंदुत्व में क्या अंतर है, क्या वे एक ही बातें हैं। अगर वे एक ही बात हैं, तो हम उनके लिए एक जैसा नाम क्यों नहीं इस्तेमाल करते? ये जाहिर तौर पर दो अलग-अलग चीजें हैं। क्या हिंदू धर्म किसी सिख या मुस्लिम को मारना है, लेकिन हिंदुत्व का यही काम है।"
इसके बाद राहुल ने भाजप और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि आज लोग हिंदू धर्म और हिंदुत्व को एक समझने लगे हैं, जबकि ये दोनों अलग-अलग बातें हैं। उन्होंने कहा, "हमें चाहे यह पसंद हो या नहीं, लेकिन भाजपा-संघ की नफरत वाली विचारधारा कांग्रेस की प्यार और राष्ट्रवाद वाली विचारधारा पर भारी पड़ी है। हमें यह मानना होगा।"
कांग्रेस की विचारधारा का प्रसार जरूरी
राहुल ने आगे कहा, "हमारी विचारधारा अभी भी जिंदा है, जीवंत है, लेकिन इसका प्रभाव कुछ कम हुआ है।" उन्होंने पार्टी की विचारधारा आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि इसका प्रभाव कम इसीलिए हुआ है, क्योंकि हम इसका अपने ही लोगों के बीच ठीक से प्रसार नहीं कर पाए।
राहुल ने आगे अपनी योजना को लेकर कहा, "हमारी कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति कितना भी सीनियर हो, कितना भी जूनियर हो, उसके लिए ट्रेनिंग अहम है। सिस्टमैटिकली ट्रेनिंग अहम है और यह हमें पूरे देश में करनी है। अगर हमने अपनी विचारधारा को अपने संगठन में गहराई से उतार लिया, तो हम आगे बढ़ सकते हैं।"
सलमान खुर्शीद की किताब से उठा विवाद
गौरतलब है कि सलमान खुर्शीद ने अपनी नई किताब में हिंदुत्व की विचारधारा की तुलना आईएसआईएस और बोको हरम जैसी जिहादी इस्लामिक विचारधारा से की थी। इसे लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। एक दिन पहले ही भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से जवाब मांगा था।