कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने की मोदी सरकार की तारीफ

Update: 2023-03-04 06:08 GMT

दो योजनाओं को बताया अच्छा

नई दिल्ली (ए/नेट डेस्क)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ हमलावर रहे हैं। पिछले नौ सालों से सत्ता पर काबिज मोदी सरकार पर राहुल गांधी निशाना साधते आए हैं, लेकिन ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी पहुंचे राहुल ने तारीफ भी की है। दरअसल, राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार की दो योजनाएं अच्छी हैं। ये दो योजनाएं उज्ज्वला योजना और दूसरी पीएम जन धन योजना हैं।

दरअसल, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी से स्टूडेंट्स ने सवाल किया था कि क्या वे मोदी सरकार की दो नीतियों के बारे में बता सकते हैं, जिससे लोगों को फायदा हुआ है। इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि महिलाओं को गैस सिलेंडर देना और लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाना अच्छी बात है। इसके बाद राहुल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लेकिन मेरे विचार में पीएम मोदी भारत की वास्तुकला को नष्ट कर रहे हैं। इसलिए मैं दो-तीन अच्छी नीतियों के बारे में बहुत चिंतित नहीं हूं। वे अपने विचार देश पर थोप रहे हैं।

बता दें कि पीएम जनधन योजना के तहत केंद्र सरकार ने 30 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले थे। वहीं, उज्ज्वला योजना के तहत 11 लाख महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राहुल गांधी को भी उज्ज्वला और पीएम जन धन योजना जैसी मोदी की गरीब-समर्थक नीतियों के प्रभाव को स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

मेरे और कई नेताओं के फोन में पेगासस था- राहुल : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उनसे कहा था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है। राहुल गांधी ने ब्रिटेन के मशहूर शिक्षण संस्थान कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के व्याख्यान का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर जारी किया है। राहुल गांधी ने इस व्याख्यान में अपनी भारत जोड़ो यात्रा और चीन के संदर्भ में विस्तार से बातचीत की है। उन्होंने भारत में विपक्षी नेताओं की निगरानी किए जाने का उल्लेख करते हुए दावा किया, मेरे फोन में पेगासस था, कई और नेताओं के फोन में भी पेगासस था। गुप्तचर अधिकारियों ने मुझे बताया कि फोन पर बातचीत करते हुए कृपया सावधान रहें क्योंकि हम रिकॉर्ड (आपकी बातों को) कर रहे हैं।

चुनावी हार स्वीकार नहीं कर पा रहे राहुल- अनुराग ठाकुर : वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर खुफिया एजेंसियों की निगरानी में होने के उनके दावों को लेकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि लगातार चुनावी हार का सामना करने के बाद वह विदेशी धरती से भारत की छवि खराब कर रहे हैं। ठाकुर ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि पेगासस जासूसी मुद्दे की जांच करने वाली उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त तकनीकी समिति को राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं को अपने फोन सौंपने से किसने रोका था। राहुल गांधी ने मशहूर कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में दावा किया था कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उन्हें बताया था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है।

कैप्टन मोदी...क्रिकेट के अंदाज में विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कैसे काम करती है सरकार

सरकार कैसे काम करती है, इस चीज को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को बेहद रोचक अंदाज में बताया। जयशंकर ने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए बताया कि कप्तान मोदी के नेतृत्व में हम सुबह छह बजे से नेट प्रैक्टिस शुरू कर देते हैं। भारतीय विदेश मंत्री ने यह बातें रायसीन डायलॉग में बोलते हुए कहीं। सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, इस दौरान एस जयशंकर ने फिल्मी उदाहरण भी दिए। उन्होंने भारत और इंग्लैंड के रिश्ते को फिल्म आरआरआर का रेफरेंस देते हुए परिभाषित किया। जयशंकर ने कहा कि हमारे कप्तान प्रधानमंत्री मोदी हैं। उनके नेतृत्व में हम सुबह 6 बजे से नेट प्रैक्टिस शुरू कर देते हैं, जो देर रात तक चलती रही है। उन्होंने आगे कहा कि जब टीम का कप्तान गेंदबाज हो तो उसे पता होता है कि बॉलिंग किससे करानी चाहिए। इस हिसाब से कैप्टन मोदी ने अपने गेंदबाजों को अच्छी छूट दे रखी है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम चाहते हैं कि बतौर गेंदबाज जब भी आपके पास मौका हो, आप विकेट जरूर लें। रायसीना डायलॉग का आयोजन ऑर्ब्जवर रिसर्च फाउंडेशन भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर कर रही है। इस आयोजन में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर और इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन भी मंच पर मौजूद थे। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि सरकार चलाते हुए कई बार कड़े फैसले भी लेने होते हैं। उन्होंने लॉकडाउन को एक ऐसा ही कड़ा फैसला बताया। जयशंकर ने आगे कहा कि आज पीछे मुड़कर देखें तो समझ आता है कि अगर हमने वह फैसला न लिया होता तो क्या होता? इसके बाद विदेश मंत्री ने भारत की विदेश नीति में बढ़ती रुचि की बात की।

उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दुनिया अब बहुत कठिन जगह हो गई है। बहुत से लोग दुनिया में रुचि ले रहे हैं। दूसरी वजह, भारत का बढ़ता वैश्वीकरण है। इसके बाद उन्होंने फिर से क्रिकेट का उदाहरण दिया और कहा कि हम क्रिकेट टीम की तरह केवल घरेलू मैदानों पर ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के अलग-अलग मैदानों पर जीत हासिल करना चाहते हैं।

Tags:    

Similar News

-->