भारत में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर राहुल गांधी ने दिया बड़ा बयान
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नई दिल्ली। भारत में प्रेस की स्वतंत्रता कमजोर होती जा रही है जो किसी से छिपी नहीं है और यह बात सभी जानते हैं। मुझे लगता है कि लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है और आलोचना को सुनना चाहिए। यह सिर्फ प्रेस की आजादी नहीं है, यह हर तरफ हो रहा है। संस्थागत ढांचे पर भी शिकंजा कसा जा रहा है... आपको यह सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करना चाहिए। मुझे नहीं पता कि आप यह कैसे करेंगे लेकिन आपको पूछना चाहिए।
भारत के पास बहुत मजबूत व्यवस्थाएं हैं जो पहले से मौजूद हैं, वह व्यवस्था कमजोर हो चुकी हैं। अगर लोकतांत्रिक व्यवस्था को बढ़ावा दिया जाए तो ये मसले अपने आप सुलझ जाएंगे। आपके पास संस्था का एक स्वतंत्र समूह होना चाहिए जो दबाव और नियंत्रण में न हो... कांग्रेस पार्टी वह संस्था है जिसने संस्थानों की अवधारणा की। हम उन्हें अपनी संस्था के रूप में नहीं देखते हैं हम उन्हें राज्य की संस्था के रूप में देखते हैं हमने सुनिश्चित किया कि इन संस्थाओं में स्वतंत्रता और तटस्थता रहे।