राजस्थान। अजमेर में पुष्कर मेले का आयोजन किया गया है, जिसे देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। दरअसल कार्तिक एकादशी से शुरू हुए पुष्कर के धार्मिक मेले में अध्यात्म और संगीत की मधुर ध्वनि की गूंज पुष्कर की फिजाओं को अलौकिक अनुभव दे रही है। एक ओर जहां पुष्कर सरोवर के मुख्य घाटों पर महाआरती, दीपदान, भजन संध्या और पारंपरिक नृत्य के आयोजन हो रहे हैं। वहीं पुष्कर मेला मैदान में पाश्चात्य धुनों पर कबीर के दोहों को गाया जा रहा है। इन आयोजनों में देशी-विदेशी पर्यटक शामिल होकर इन्हें अपने यादों में संजो रहे हैं।
विश्व प्रसिद्ध पुष्कर धार्मिक मेले के शुभारंभ के साथ ही शुक्रवार शाम को जयपुर घाट पर पांच दिवसीय लेक फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ। पहले घाट पर रंगोली, दीपदान, सरोवर की महाआरती और भजन संध्या सहित अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम संयोजक अरूण पाराशर ने बताया, विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं और भामाशाहों के सहयोग से जयपुर घाट पर पहली बार आयोजित पांच दिवसीय लेक फेस्टिवल का शुभारंभ शुक्रवार को सर्वप्रथम रंगोली और दीपदान कर किया गया। इसके बाद सरोवर की महाआरती की गई। कार्यक्रम के तहत अजमेर के भजन गायक अशोक तोषनीवाल की ओर से भजन संध्या का आयोजन किया गया।