कांग्रेस विधायक पर नस्लीय टिप्पणी करने वाला पंजाब का YouTuber गिरफ्तार
पंजाब का YouTuber गिरफ्तार
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सांसद और मौजूदा कांग्रेस विधायक निनॉन्ग इरिंग के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्य के लोगों के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी (Racist Remarks) करने पर राज्य पुलिस ने सोमवार को पंजाब के एक YouTuber के खिलाफ FIR दर्ज की थी. आज मंगलवार को पंजाब पुलिस ने इस 21 वर्षीय यूट्यूबर को लुधियाना से गिरफ्तार भी कर लिया है. अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक आरपी उपाध्याय ने कहा कि ईटानगर कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ एक गैर-जमानती वारंट जारी किया है.
उन्होंने कहा, "हमें पंजाब पुलिस से सूचना मिली है कि उन्होंने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. अब हमारी टीम कल लुधियाना पहुंचेगी और आरोपी को अरुणाचल प्रदेश लाएगी." वहीं, खेल राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी मंगलवार को कहा कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है. इस यूट्यूबर का नाम पारस सिंह है, जिसने रविवार को अपने यूट्यूब चैनल 'पारस ऑफिशियल' पर एक वीडियो अपलोड किया था. वीडियो के वायरल होते ही इस YouTuber के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी.
बताया जा रहा है कि पारस ने विधायक एरिंग से नाराजगी के चलते उन पर ऐसा कमेंट किया है. दरअसल, अपने वीडियो में पारस सिंह ने कहा था, "मौजूदा विधायक एरिंग एक भारतीय की तरह नहीं दिखते हैं और यहां तक कि उनका नाम भी विदेशी ही लगता है. इसी के साथ, उन्होंने ये भी कहा कि अरुणाचल प्रदेश के लोग भी भारतीयों की तरह नहीं दिखते हैं और ये राज्य शायद चीन का हिस्सा है".
आरोपी YouTuber ने बाद में हटा दिया था वीडियो
बताया जा रहा है कि पारस ने विधायक पर ऐसा कमेंट इसलिए किया क्योंकि विधायक एरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया नाम के एक गेमिंग ऐप पर ये कहते हुए प्रतिबंध लगाने की मांग की थी कि ये ऐप PUBG का ही नया वर्जन है. पारस का यूट्यूब चैनल (YouTube channel) भी वीडियो और ऑनलाइन गेमिंग पर आधारित है और उसके 4,55,000 सब्सक्राइबर्स हैं. हालांकि, बाद में पारस ने अपने उस विवादित वीडियो को हटा दिया था और अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने के लिए एक नया वीडियो भी पोस्ट किया. बाद में उसकी मां ने भी उसकी तरफ से माफी मांगने के लिए एक और वीडियो पोस्ट किया.
विधायक समेत कई लोगों ने की थी कार्रवाई की मांग
पारस के इस वीडियो के खिलाफ इरिंग समेत अरुणाचल के कई लोगों ने उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. एरिंग ने कहा कि ऐसी टिप्पणी बिल्कुल स्वीकार नहीं की जाएगी और इसने पूरे उत्तर-पूर्व और विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश के लोगों की भावनाओं को आहत किया है. उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि वह हमसे नाराज था, लेकिन उसने बजाय हमें अपनी नाराजगी बताने के मेरे लुक, मेरे समुदाय, मेरे राज्य की आलोचना करना शुरू कर दिया, जिनसे बहुत दुख पहुंचा है." विधायक ने कहा, "वीडियो में जो कहा गया वह नस्लीय भेदभाव के बराबर था. ये केस केवल मैं नहीं लड़ रहा हूं, बल्कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सभी NGO, सभी छात्र संगठन और अरुणाचल के सभी लोग लड़ रहे हैं."
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री खांडू ने किया ट्वीट
वहीं, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू (CM Pema Khandu) ने सोमवार को घोषणा की थी कि पारस के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है. मुख्यमंत्री ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, "अरुणाचल प्रदेश के लोगों के प्रति नफरत और घृणा की भावना भड़काने वाले वीडियो के आधार पर पुलिस ने पहले ही कार्रवाई शुरू कर दी है." उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124-A, 153-A और 505 (2) के तहत देशद्रोह, नस्लीय या क्षेत्रीय समूहों के बीच घृणा या द्वेष को बढ़ावा देने और एक समुदाय को उकसाने के इरादे से सार्वजनिक शरारत के लिए मामला दर्ज किया गया है.