चंडीगढ़: पंजाब में पंच और सरपंच पदों के लिए आज मतदान हो रहा है। इस चुनाव में लगभग 1.05 लाख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा, जिसके बाद संबंधित मतदान केंद्रों पर मतों की गिनती की जाएगी। नामांकन में कथित अनियमितताओं को लेकर कांग्रेस द्वारा चुनाव स्थगित करने की मांग के बावजूद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चुनाव चल रहा है।
13,000 से अधिक ग्राम पंचायतों के लिए 19,000 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सरपंच पद के लिए कुल 3,798 उम्मीदवार सर्वसम्मति से चुने गए हैं, जबकि पंच के लिए 48,861 उम्मीदवार चुने गए हैं। वहीं 28 ग्राम पंचायतों में चुनाव रद्द कर दिए गए हैं और एक पर रोक लगा दी गई है। नतीजतन, अब 9,398 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान हो रहे हैं।
विधानसभा द्वारा पिछले महीने पारित पंजाब पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, 2024 के अनुसार उम्मीदवारों को राजनीतिक दलों के प्रतीकों का उपयोग करने से रोक दिया गया है। राज्य में कुल 1.33 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 70.51 लाख पुरुष और 63.46 लाख महिला मतदाता हैं।
राज्य चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया, "लगभग सभी मतदान केंद्रों पर मतदान शुरू हो गया है। डिप्टी कमिश्नरों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।" सोमवार को विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और पंचायत चुनाव को तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने की मांग की।
बाजवा ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया में "बड़े पैमाने पर अनियमितताएं" थीं, जिसमें कई उम्मीदवारों के नाम "गलत तरीके से" खारिज कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिल करने के दौरान विपक्ष समर्थित कई उम्मीदवारों को आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिए गए।
कांग्रेस ने 1 जनवरी, 2024 की अपडेट की हुई सूची के बजाय 1 जनवरी, 2023 की मतदाता सूची के इस्तेमाल पर भी चिंता जताई थी, जिसका इस्तेमाल लोकसभा चुनाव के दौरान किया गया था। हालांकि, राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा पंचायत चुनाव संबंधी याचिका खारिज करने के सोमवार के फैसले का स्वागत किया है तथा उच्च न्यायालय का आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स के माध्यम से उच्च न्यायालय का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि पंचायत चुनाव का रास्ता अब पूरी तरह से साफ हो गया है। उन्होंने सभी पंजाबियों से आपसी भाईचारा बनाए रखते हुए मतदान करने तथा अपने गांवों से अच्छे प्रतिनिधि चुनने का आग्रह किया, जो गांव के विकास में योगदान दे सकें। उन्होंने पंचायत चुनाव के लिए सभी सरपंच एवं पंच प्रत्याशियों को शुभकामनाएं भी दीं। आम आदमी पार्टी के नेता एवं वरिष्ठ प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि उच्च न्यायालय का फैसला विपक्षी दलों के झूठे प्रचार पर करारा तमाचा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दबाव की राजनीति कर रही थी, लेकिन उच्च न्यायालय ने उसे खारिज कर दिया। अब पंजाब की जनता भी कांग्रेस को खारिज करेगी।