आंदोलन पर उतरे पंजाब के आढ़तियों के साथ पंजाब सरकार ने इस दिन रखी बैठक
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जालंधर। आंदोलन पर उतरे पंजाब के आढ़तियों के साथ बैठकर मामला हल करने के लिए पंजाब सरकार ने आढतियों को 11 अक्तूबर को बैठक का न्यौता दिया है। पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड़िया के साथ आढ़ती भाईचारे की यह बैठक चंडीगढ़ में होनी है। गौरतलब है कि पंजाब के आढ़तियों ने 11 अक्तूबर से खरीद सीजन का बहिष्कार करने का अल्टीमेटम दिया हुआ है। इस मामले को लेकर फेडरेशन ऑफ़ आढती एसोसिएशन ऑफ़ पंजाब की एक बैठक आज अमृतसर में भी हुई थी, जिसमें संगठन के अध्यक्ष विजय कालड़ा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह बराड़, प्रधान उदित सिंह, सुखचैन सिंह राजा सांसी, राजवंत सिंह , जसकरण सिंह, हरविंदर सिंह, सतबीर सिंह, सुरजीत सिंह कंग समेत अनेक नेता शामिल हुए। संगठन के अध्यक्ष विजय कालड़ा ने बताया कि जो बायोमेट्रिक मशीन केंद्र सरकार के कहने पर पंजाब सरकार द्वारा मंडियों में किसानों से अंगूठा लगवाने के बाद फसल खरीद करने की परंपरा शुरू की जा रही है।
जिससे पंजाब के आढतियों और किसानों में भारी बेचैनी पाई जा रही है क्योंकि धान बिकने के बाद व्यापारी वर्ग को ए फार्म जारी नहीं किया जा रहे। आढतियों की यह भी मांग थी कि मार्कीट कमेटी का लाइसेंस पांच वर्ष के लिए बनाया जाता है, लेकिन उसे ताउम्र के लिए बनाया जाए। आढतियों की यह भी मांग है कि पंजाब मंडी बोर्ड और नई मंडी टाउनशिप बोर्ड द्वारा जो मंडियां आबाद करने के वक्त प्लाटों की नीलामी अथवा अलॉटमेंट की गई है, उसकी देरी वाले मामले को वन टाइम सेटलमेंट और जुर्माना माफ करके राशि वसूली जाए, जिससे सरकार को करोड़ों रुपए की आय होगी और व्यापारी बिना किसी अतिरिक्त भार के दुकानें, कार्यालय बना सकेंगे। इसके साथ आढतियों की यह भी मांग रही है कि बार-बार निवेदन करने के बाद आढ़तियों को मंडी में बैठक करने के लिए मीटिंग हाल बनाने के लिए कोई स्थान नहीं दिया जा रहा, जिससे आढ़ती वर्ग में रोष है। इन्हीं बातों को लेकर आढ़तियों ने खरीद सीजन का 11 अक्तूबर से पूरे पंजाब की मंडियों में बहिष्कार करने का ऐलान किया हुआ है। इसी को देखते हुए पंजाब सरकार ने फसलों की खरीद बिना किसी रूकावट के हो सके, इसके लिए फेडरेशन ऑफ आरती एसोसिएशन ऑफ पंजाब को 11 अक्तूबर को चंडीगढ़ में बैठक करके मामले का समाधान करने की बात कही है।