पुडुचेरी: कल विधानसभा में होगा शक्ति परीक्षण,सीएम आवास पहुंचे कांग्रेस विधायक

केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार की मुसीबत और बढ़ गई है।

Update: 2021-02-21 15:34 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार की मुसीबत और बढ़ गई है। रविवार को पार्टी विधायक लक्ष्मीनारायण ने अपना इस्तीफा स्पीकर वीपी शिवकोझुंडु को सौंप दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नारायणसामी का संकट और बढ़ गया है। उनकी सरकार पहले ही अल्पमत में आ चुकी है। बता दें, पुडुचेरी विधानसभा में सोमवार को शक्ति परीक्षण होने जा रहा है। नवनियुक्त उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्याराजन ने स्पीकर को शक्ति परीक्षण का आदेश दिया है।

उधर, कांग्रेस विधायक मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, आज मंत्रियों, कांग्रेस व डीएमके के विधायकों, सांसदों और अन्य पार्टी नेताओं ने मुलाकात की और विधानसभा में हम क्या रणनीति रखेंगे इस पर चर्चा की। हमने फैसला किया है कि हम अपनी रणनीति सदन में ही प्रकट करेंगे।
विधानसभा में 22 फरवरी को बहुमत साबित करने से पहले मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के लिये यह एक और बड़ा झटका है। पुडुचेरी की नवनियुक्त उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने 22 फरवरी को विधानसभा का सत्र बुलाया है, जिस दौरान विश्वास मत के जरिए नारायणसामी सरकार का भविष्य निर्धारित होगा। पुडुचेरी विधानसभा स्पीकर वीपी शिवकोझुंडु ने कहा कि मुझे दो विधायकों के इस्तीफे प्राप्त हुए हैं। मैंने मुख्यमंत्री और विधानसभा सचिव को इस बात की जानकारी दे दी है। मैं उनके इस्तीफों का परीक्षण करूंगा।


27 प्रभावी सदस्य संख्या वाली राज्य विधानसभा में कांग्रेस की सदस्य संख्या अब 13 रह गई है। ऐसे में शक्ति परीक्षण में सरकार गिर सकती है। लक्ष्मीनारायण ने बताया कि मैंने इस्तीफे का फैसला इसलिए लिया कि कांग्रेस ने मुझे सरकार या संगठन में महत्व नहीं दिया। यह पूछने पर कि क्या वे दूसरी पार्टी में शामिल होंगे? लक्ष्मीनारायण ने कहा कि जैसा मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोग चाहेंगे वैसा करूंगा। बता दें, पुडुेचरी में भी जल्द विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सत्तारूढ़ सामी सरकार के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है।
कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं। पूर्व मंत्री ए नमसिवायम (अब भाजपा में) और मल्लाडी कृष्ण राव समेत कांग्रेस के चार विधायकों ने इससे पहले इस्तीफा दिया था, जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक को अयोग्य ठहराया गया था। नारायसामी के करीबी ए. जॉन कुमार ने भी इस सप्ताह इस्तीफा दे दिया था।



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