राजस्थान। राजस्थान में करौली हिंसा (karauli violence) और राजगढ़ में मंदिर तोड़े जाने के मसले पर राजनीति अभी शांत नहीं हुई है. बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच लगातार बयानबाजी का दौर जारी है. राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) खुद करौली और राजगढ़ को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर लगातार हमलावर है. रविवार को सीएम गहलोत ने करौली हिंसा को बीजेपी का प्रयोग बताया जिस पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरूण सिंह (arun singh) ने पलटवार किया है. सिंह ने रविवार को अलवर में कहा कि राज्य की कांग्रेस की सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश है और गहलोत सरकार कई तरह के संकटों से घिरी हुई है. सिंह ने कहा कि वर्तमान में सरकार बिजली संकट, जल संकट, कानून-व्यवस्था की समस्या से घिरी हुई है जिसके सामने कुर्सी बचाने का भी संकट है.
सिंह ने कहा कि खुद गहलोत कुर्सी के संकट से जूझ रहे है इन सभी संकटों के चलते राज्य की जनता पीड़ित है और उनमें आक्रोश है. सिंह के मुताबिक आक्रोशित जनता चुनावों में कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देगी. वहीं अलवर के राजगढ में मंदिर ध्वस्त करने के मामले में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सिंह ने कहा कि भगवान और जनता कांग्रेस सरकार को माफ नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता को विकास के लिए डबल इंजन वाली सरकार की जरूरत है ऐसे में बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में जीतेगी और यहां डबल इंजन वाली सरकार बनाएगी. बता दें कि राजस्थान चुनावों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस लगातार एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं जहां कांग्रेस बीजेपी पर प्रदेश में ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है.