बता दें कि प्राधिकरण की तरफ से नौ अन्य थैला बैंक बनाए गए हैं। ये थैला बैंक पाश्र्वनाथ ईडन, टाटा स्टील, द किंग रिजर्व, एटीएस डोल्से, एडब्ल्यूएचओ सोसाइटी, एल्डिको ग्रीन मिडोज, एल्डेको मैस्टिक ग्रीन्स, उल्बेरिया गार्डन और गौर अतुल्यम सोसाइटी में बनाए गए हैं। हर थैला बैंक में 300 से 400 थैला रखे गए हैं। थैला ले जाने वालों का नाम व नंबर रजिस्टर में अंकित किया जाएगा। टैली का उपयोग करने के बाद थैला बैंक में जमा कराना होगा।
सीईओ ने रेल विहार में कूड़े से कंपोस्ट बनाने की पहल की भी सराहना की और अन्य सोसाइटियों से इसके लिए अपील की। इस अवसर पर रेल विहार सोसाइटी के अध्यक्ष उमेश चतुवेर्दी ने शीघ्र ही सोसाइटी में बर्तन बैंक बनाने का एलान किया। सीईओ ने प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग के थैला बैंक खोलने के प्रयास की सराहना की। प्रभारी जीएम सलिल यादव ने रेल विहार आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों से अपील की कि थैला को गेट पर रखें। अगर कोई पॉलिथीन ले जाता दिखे तो उसे रोककर थैला उपलब्ध करा दें। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने पॉलिथीन का इस्तेमाल न करने की शपथ ली। इस दौरान जनस्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ फीड बैक फाउंडेशन, एआईआईएलएसजी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।