श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों का उत्पात, बेकाबू हुए हालात, राष्ट्रपति से हुई इस्तीफे की मांग
नई दिल्ली: श्रीलंका में आर्थिक हालात से त्रस्त जनता ने शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास पर कब्जा कर लिया. वहीं राष्ट्रपति अपना आवास छोड़कर भाग गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर घुसकर जमकर तोड़फोड़ भी की. उधर, रैली के दौरान श्रीलंका की पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इसमें करीब 100 लोग घायल हो गए.
इस बीच हालात काबू में करने के लिए श्रीलंका के मौजूदा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई है. उन्होंने ने स्पीकर से संसद सत्र बुलाने की भी अपील की है. उधर, श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के 16 सांसदों ने पत्र लिखकर राष्ट्रपति गोटबाया से तत्काल इस्तीफा देने का अनुरोध किया है.
स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने के घर जूम पर हुई नेताओं की बैठक में मौजूदा संकट को दूर करने के लिए राष्ट्रपति और पीएम को पद से हटाने की बात रखी गई. सांसद रऊफ हकीम ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि नेताओं ने पीएम और राष्ट्रपति के इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला स्पीकर करेंगे.
श्रीलंका में राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों के कब्जे से पहले ही राष्ट्रपति गोटयाबा राजपक्षे परिवार समेत भाग निकले. वह देश में हैं या देश छोड़ दिया, अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उनके भागने के कयास लगाए जा रहे हैं. वायरल एक वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति अपने परिवार के साथ पानी के जहाज पर सवार होकर भाग निकले.
वहीं एक और वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि एक वीआईपी काफिला कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा और श्रीलंका एयरलाइंस के विमान में सवार होकर कहीं रवाना हो गया. आशंका जताते हुए कहा जा रहा है कि वह वीआईपी राष्ट्रपति ही हो सकते हैं.
श्रीलंका का आर्थिक और राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है. सरकार ने एहतियात बरतते हुए 15 जुलाई तक सभी स्कूलों के साथ-साथ चार स्टेट यूनिवर्सिटी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है.