राम रहीम वर्चुअल सत्संग का विरोध, पुलिस ने हिरासत में लिए कई प्रदर्शनकारी
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फरीदकोट। पंजाब में डेरा सिरसा प्रमुख राम रहीम के वर्चुअल सत्संग को लेकर सिख जत्थेबंदियों में भारी रोष पाया जा रहा है और विरोध किया जा रहा है। इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि अमरीक अजनाला को भी हिरासत में लिया गया है। वह इस दौरान बठिंडा से सलाबतपुरा जा रहे थे। जानकारी के अनुसार बहबलकलां में चल रहे इंसाफ मोर्चे द्वारा आज डेरा सलाबतपुर जाने वाली कुछ बसों को रोका गया और सत्संग में जाने वाली संगत से बेअदबी मामले क लेकर सवाल खड़े किए गए। हालांकि पुलिस द्वारा पहले से किए गए सुरक्षा इंतजाम के चलते डेरा सिरसा संगत को सकुशल वापिस भेज दिया गया, लेकिन सिख संगत में रोष बरकरार है। इस संबंधी बातचीत करते बेअदबी मामलों के वकील हरपाल खैहरा ने कहा कि देश में संगीन अपराध करने वालों को सरकार बार-बार पैरोल दे रही है।
वह पैरोल पर बाहर आकर खुलेआम डेरे की गतिविधियों को अंजाम दे रहा है और दूसरी ओर सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों को रिहा नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि इससे ऐसा लगता है कि देश में दोहरे कानून अपनाए जा रहे हैं, जो सिखों के लिए और दूसरों के लिए और। इसलिए उनका विरोध करना जायज है। वे इस संबंध में डेरा संगत से सवाल करते रहेंगे। इस मौके पर बोलते हुए कौमी इंसाफ मोर्चा के नेता सुखराज सिंह ने निंदा करते हुए कहा कि जिन लोगों ने उनके गुरु साहिब की बेअदबी की है वही लोग आज उन्हें चुनौती दे रहे हैं और कह रहे हैं कि पंजाब में वर्चुअल सत्संग करना है। सुखराज ने कहा कि इसकी गुनाहगार सरकार और सिस्टम है, जो पैरोल पर बाहर आए दोषी को इस तरह की इजाजत दे रही है। जो व्यक्ति जो गुरु साहिब का अपमान करने के बाद कहता है कि वह पवित्र और स्वच्छ है और बलात्कार के आरोप में जेल में बंद है, वे उन्हें क्यों नहीं रोकेंगे? सुखराज सिंह ने कहा कि गुरु साहिब ने हमें जितना बल बख्शा है वह उसी के चलते राम रहीम के सत्संग में जाने वालों लोगों को रोका है। इसके अलावा सत्संग जाने वाली बसों को उन्होंने वापिस भेजा है।