प्रॉपर्टी डीलर का कत्ल, हाथ-पैर बांधकर शव को फेंका, पूरा मामला जानकर अधिकारी भी सन्न

केस दर्ज.

Update: 2024-08-30 04:06 GMT
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में 4 दिन से लापता एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई. परिजनों का कहना है कि 52 लाख रुपये के चक्कर में कुछ दबंगों ने बेरहमी से हत्या की और हाथ पैर बांधकर शव कानपुर देहात इलाके में फेंक दिया. आरोप है कि 25 अगस्त को लापता प्रॉपर्टी डीलर की गुमशुदगी का केस दर्ज करने के लिए पुलिस परिजनों को एक चौकी से दूसरी चौकी के चक्कर लगवाती रही. इसके बाद 27 अगस्त को केस दर्ज किया, जबकि 29 अगस्त को शव बरामद हुआ.
जानकारी के अनुसार, कानपुर में चकेरी इलाके के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर राजा उर्फ हुसैन 25 अगस्त को सेन पश्चिम पारा में रहने वाले टीपू राजपूत से मिलने गए थे. टीपू की मां ने राजा को फोन करके बुलाया था. राजा के भाई हसन का आरोप है कि मेरे भाई ने टीपू का खेत खरीदने के लिए उसको 52 लाख रुपये दिए थे, लेकिन टीपू रजिस्ट्री नहीं कर रहा था. इसी मामले की बात करने के लिए भाई टीपू के घर गए थे.
राजा के परिजनों का कहना है कि राजा 25 अगस्त की शाम जब घर नहीं आए तो उन्हें कॉल किया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ था. इस पर टीपू के घर वालों से पूछा तो उन्होंने कहा कि हमने बाइक से रास्ते में छोड़ दिया था. राजा के परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी. पुलिस ने हमको सेन पश्चिम पारा थाने का मामला बताकर वहां भेज दिया. रात में जब सेन पश्चिम पारा थाने पहुंचे तो वहां पुलिस ने कहा कि यह चकेरी थाने का मामला है. तुम्हारा घर उसी इलाके में पड़ता है. इसके बाद चकेरी थाने गए.
परिजन रात में जब चकेरी थाने पहुंचे तो वहां पुलिस ने कहा कि आप सुबह आइएगा, कार्रवाई की जाएगी. इस पर सुबह जब पहुंचे तो कहा गया कि आपका भाई मिलने के लिए सेन पश्चिम पारा थाने में रहने वाले टीपू राजपूत के यहां गया था, वहीं से गायब हुआ है तो आप वहीं जाकर रिपोर्ट दर्ज कराइए. इसके बाद परिजन सेन पश्चिम पारा थाने पहुंचे. वहां दारोगा ने गुमशुदगी की एप्लीकेशन लेकर कार्रवाई की बात कही.
इस पर परिजनों ने पुलिस से मांग करते हुए कहा कि टीपू राजपूत, उसकी मां व घर वालों को बुलाकर पूछताछ की जाए. पुलिस ने उनको बुलाकर पूछताछ तो की, लेकिन इसके बाद शाम को उनको वापस भेज दिया. 27 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया, लेकिन पुलिस ने इसके बाद कोई तलाशी अभियान नहीं चलाया, न ही भाई का पता करने की कोशिश की और न ही आरोपियों से पूछताछ की गई.
प्रॉपर्टी डीलर राजा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस शांत बैठी रही. इसके बाद 29 अगस्त को पता चला कि कानपुर देहात के भोगनीपुर में हाथ पैर बंधी हुई एक लाश मिली है, जिसे हत्या करके फेंक दिया गया है. जब परिजन वहां पहुंचे और शिनाख्त की तो पता चला कि राजा की हत्या की गई है. भोगनीपुर पुलिस ने पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
इसके बाद मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए और आधी रात को सेन पश्चिम पारा थाने में डेरा डाल लिया. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए डेरा डाले थे. परिजनों ने कहा कि पुलिस की लापरवाही से भाई की हत्या हो गई. राजा के भाई मोहम्मद हसन ने टीपू राजपूत, उसकी मां, बेटे सहित सात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस शुरू में ही आरोपियों से पूछताछ करती तो मेरे भाई की जान बच सकती थी, क्योंकि पुलिस ने उनको थाने बुलाकर पूछताछ की, उसके बाद थाने से रवाना कर दिया. हत्या के बाद पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर चार नामजद समेत सात लोगों पर प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का केस दर्ज किया है.
इस मामले में पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि जब 52 लाख की प्रॉपर्टी का विवाद चल रहा था तो ऐसे में पुलिस को गुमशुदा प्रॉपर्टी डीलर राजा की तुरंत तलाश करनी चाहिए थी, परिजनों को एक थाने से दूसरे थाने दौड़ाना नहीं चाहिए था.
इस मामले में एसीपी घाटमपुर रंजीत कुमार का कहना है कि राजा के परिजनों की शिकायत पर 27 तारीख को सेन पश्चिम पारा थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी. गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस तलाश कर रही थी, तभी 29 तारीख को कानपुर देहात के भोगनीपुर में उनकी बॉडी पड़ी होने की सूचना मिली. इस मामले में परिजनों की एप्लिकेशन पर रिपोर्ट दर्ज करके अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.
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