एसकेडी में प्राचार्य-संवाद कार्यक्रम संपन्न, नई शिक्षा नीति पर हुई चर्चा
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को प्राचार्य-संवाद कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय से सम्बद्ध जिले में संचालित महाविद्यालयों के प्राचार्य शामिल हुए। मुख्य वक्ता के तौर पर बीकानेर महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने शिरकत की। उन्होंने प्राचार्यों को बताया कि नई शिक्षा नीति-2020 बहु-प्रतीक्षित नीति शिक्षा जगत में एक नए युग का सूत्रपात करेगी। उन्होंने जानकारी दी कि नव शिक्षा-सत्र से प्रत्येक स्टूडेंट को यूनिक नंबर जारी होगा, साथ ही विश्वविद्यालय से जुड़े करीब 5 लाख स्टूडेंट्स आने वाले समय में एमजीएसयू डिजिटल लाइब्रेरी से जुड़ेंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय की रीति-नीति और संभावित समाधानों पर विस्तृत विवेचना की। उन्होंने एनईपी- 2020 में चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम, मल्टीपल एंट्री और एक्जिट ऑप्शन, लर्निंग आउटकम करिकुलम फ्रेमवर्क, पुनर्मूल्यांकन व्यवस्था, मूल्यांकन मानदेय पर भी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
एसकेडी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन दिनेश कुमार जुनेजा ने बताया कि नई शिक्षा नीति में स्किल डेवलपमेंट के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस मौके पर शिक्षा संकाय अधिष्ठाता डॉ. विक्रम सिंह औलख द्वारा लिखित एजुकेशनल साइकोलॉजी पुस्तक का विमोचन किया गया। इस मौके पर एसकेएन एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, जोबनेर पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर जेएस संधू, कुलसचिव अरुण प्रकाश शर्मा, परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजाराम चोयल, सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन जितेंद्र गोयल, गुरु गोबिंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट की वाइस प्रेसीडेंट कृष्णा यादव, एसकेडी यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरपर्सन वरुण यादव, राजकीय एनएम पीजी कॉलेज प्राचार्य डॉ. विनोद जांगिड़, बीकानेर यूनिवर्सिटी अतिरिक्त कुलसचिव डॉ. विट्ठल बिस्सा, डॉ. अर्चना तंवर सहित 100 से अधिक प्राचार्य शामिल हुए।