पुजारी ने मंदिर में लगाई फांसी, साउंड सिस्टम पर लिखा सुसाइड नोट
जानिए क्या है पूरा मामला
कानपुर। मूर्ति विवाद को लेकर अवसाद ग्रस्त पुजारी ने मंदिर परिसर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले पुजारी ने मंदिर में लगे साउंड सिस्टम पर चंदन से सुसाइड नोट लिख कर क्षेत्रीय लोगों को मौत का जिम्मेंदार बताया। भक्तों के मंदिर में पूजा करने पहुंचने पर घटना की जानकारी हुई। गोविंद नगर थानाक्षेत्र के दबौली वेस्ट निवासी राधेश्याम यादव (75) ने घर के पास स्थित मंदिर में लोहे की राड से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वृद्ध राधेश्याम के पुत्र अनिल यादव ने बताया कि वर्ष 2019 में बंदर बाबा मंदिर की स्थापना कराई गई थी। मंदिर की स्थापना के बाद से राधेश्याम मंदिर में पूजा-पाठ व देखभाल का कार्य करते थे। विगत तीन दिन पूर्व मंदिर में मूर्ति स्थापना के विवाद को लेकर राधेश्याम का क्षेत्र के ही सुशील बाजपेई, राजेश सिंह व सुनील शर्मा से विवाद हुआ था, जिसके बाद से राधेश्याम अवसाद ग्रस्त थे।
शनिवार देर रात राधेश्याम ने मंदिर में लगे साउंड सिस्टम में चंदन से सुसाइड नोट लिख कर परिसर में लगे लोहे की राड में अंगौछे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। साउंड सिस्टम में लिखा हुआ है कि राजेश, सुनील व सुशील के कारण मैने आत्महत्या की है। सुबह मंदिर में भक्तों के पहुंचने पर वृद्ध राधेश्याम का शव फंदे पर लटका मिला, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी वृद्ध के परिजन मंदिर पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने घटना के साक्ष्य संकलन के फोरेंसिक टीम को बुलाया। गोविंद नगर थाना प्रभारी धनंजय कुमार पांडेय ने बताया कि पूछताछ के दौरान मूर्ति विवाद की जानकारी हुई है। मामले में तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, हालांकि अभी तक पीड़ित परिवार की ओर से घटना की तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।