राष्ट्रपति पुरस्कार से गरीब बच्चों के लिए खुला स्मार्ट फोन बैंक, मिलेगी राहत
बीकानेर। बीकानेर विद्यार्थियों को विद्यादान के साथ गरीब बच्चों की शिक्षा में धन की कमी आड़े नहीं आए, ऐसी सोच के शिक्षक बिरले ही मिलेंगे। बीकानेर के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ शिक्षक दीपक जोशी इस मामले में नजीर साबित हो रहे है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई ऐसे प्रयोग किए हैं जो विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित हो रहे हैं। साथ ही विद्यार्थियों की अन्य जरूरतें भी पूरी करते हैं। गरीब बच्चों के लिए कोरोनाकाल में खोला गया उनका स्मार्ट फोन बैंक इसी प्रयास की एक बानगी मात्र है।
जोशी को 2021 में शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र के साथ 50 हजार रुपए की राशि भी मिली। वर्ष 2021 में कोविडकाल के दौरान शिक्षण व्यवस्था ऑनलाइन हो गई। ऐसे में सुविधा सम्पन्न परिवारों के बच्चे मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई करने लगे लेकिन गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षा से वंचित हो गए। जोशी ने पुरस्कार में मिले पचास हजार रुपए तथा पच्चीस हजार अपनी तरफ से और मिलाकर 75 हजार रुपए मिला दिए। उनके योगदान से प्रभावित स्कूल स्टाफ ने भी पच्चीस हजार रुपए इस कार्य में दे दिए। इस एक लाख रुपए से उन्होंने 21 स्मार्ट फोन खरीद लिए और स्कूल में स्मार्ट फोन बैंक खोल दिया। इस बैंक की मदद से 72 विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था से जोड़ा जा सका।
विद्यार्थियों के साथ मिलकर सामुदायिक हित में 40 नवाचारी वर्किंग मॉडल तैयार किए। इनमें से 15 को नेशनल इंस्पायर अवार्ड मानक प्राप्त हुए। 18 राज्य स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिताओं और 2 राष्ट्रीय स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिताओं के लिए चयनित हुए। स्वयं के खर्च और भामाशाहों के सहयोग से अब तक जिले के 20 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट डिजिटल क्लास की शुरुआत करवा चुके है। इनमें प्रति विद्यालय 10 से 15 हजार रुपए का व्यय किया गया। इसके साथ ही मात्र 800 रुपए के व्यय से स्मार्ट डिजिटल क्लास शुरू करने के लिए स्मार्ट बजट प्रोजेक्टर निर्मित किया है।