पटना: देश में अगले राष्ट्रपति का चुनाव होना है. राष्ट्रपति चुनाव में कुछ ही दिन बचे हैं और अब तक सत्ताधारी या विपक्षी, किसी भी खेमे ने अगले राष्ट्रपति के लिए अपने उम्मीदवार को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं. राष्ट्रपति चुनाव में दोनों ही खेमे से उम्मीदवारों के नाम को लेकर कयासबाजियों का दौर चल रहा है. इन कयासों में एक नाम सबसे तेजी से चल रहा है. वह नाम है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि मेरी राष्ट्रपति बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि राष्ट्रपति बनने की मेरी कोई इच्छा नहीं है. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में एक ही उम्मीदवार होगा या दो या दो से अधिक, इसे लेकर अब तक कोई बात सामने नहीं आई है.
नीतीश कुमार ने पिछले राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि तब हम जिस गठबंधन में शामिल थे, उसकी लाइन से अलग जाकर दूसरे उम्मीदवार को वोट किया था. हमने तब उसे वोट दिया था जो हमें पसंद आया. उन्होंने ये भी कहा कि मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अब तक कोई बातचीत नहीं हुई है. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कोई बातचीत नहीं हुई है.
बिहार के मुख्यमंत्री ने मीडिया से इस तरह की खबरें नहीं चलाने की अपील की है जिसमें उनको विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले भी इसी तरीके की बातें चली थीं. नीतीश ने साफ कहा कि जेडीयू कोटे के मंत्री ने मुझे राष्ट्रपति बनाने की बात कही, उन्होंने वह गलत किया. इसके लिए बाद में उन्होंने स्पष्टीकरण भी दिया था.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पिछले कुछ समय से नीतीश कुमार के नाम की अटकलें लगाई जा रही थीं. सीएम नीतीश के करीबी माने जाने वाले श्रवण कुमार के बयान ने चर्चा को और हवा दे दी थी. श्रवण कुमार ने कहा था कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी सभी गुण हैं और वे योग्य भी हैं. मौका मिलेगा तो नीतीश कुमार राष्ट्रपति क्यों नहीं बनेंगे.
श्रवण कुमार के बयान के बाद बिहार में नीतीश के राष्ट्रपति बनने को लेकर चर्चा ने और जोर पकड़ा तब उनके एक अन्य करीबी ललन सिंह को सामने आकर बयान देना पड़ा. ललन सिंह ने नीतीश कुमार के राष्ट्रपति बनने की अटकलों को गलत बताते हुए साफ किया था कि नीतीश न तो राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार हैं और ना ही राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं.