नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya Gang Rape) केस के चारों दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद एक बार फिर से देश में फांसी देने की तैयारी शुरू हो गई है. इस बार जिसे फांसी दी जानी है वह एक महिला है. हत्या की दोषी इस महिला का नाम शबनम है. शबनम के बाद जिन्हें फांसी (Hanging) दी जानी है, वह लिस्ट भी खासी लम्बी है. इसमें 3 महिलाओं के नाम भी शामिल हैं. इनकी दया याचिकाएं नामंजूर हो चुकी हैं.
3 महिलाओं और 31 पुरुषों की फेहरिस्त में एक नाम निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली का भी है. वर्ष 2014 में कोली की दया याचिका को राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं. कोली को मेरठ की जेल में फांसी देने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं थीं, लेकिन ऐन वक्त पर कोली की फांसी पर रोक लग गई और वो फांसी के फंदे से बच गया.
अगर पिछली हुई तीन फांसी की बात करें तो उनमें आतंकवादी अजमल कसाब, अफजल गुरु और याकूब मेमन के नाम शामिल हैं. इन तीनों को वर्ष 2012, 2013 और 2015 में फांसी दी गईं थी. अफजल और कसाब संसद हमले से जुड़े थे तो मेमन मुंबई ब्लास्ट में शामिल था. इसके बाद निर्भया कांड के दोषियों को सूली पर चढ़ाया गया था.
ये हैं वो 3 महिलाएं, जिन्हें दी जानी है फांसी
हरियाणा की रहने वाली सोनिया और महाराष्ट्र की रेणुका-सीमा. इन 3 महिलाओं की फांसी पर भी भारत के राष्ट्रपति अपनी मुहर लगा चुके हैं. सोनिया अपने परिवार के सदस्यों की हत्या करने की दोषी ठहराई गई है. सोनिया के पिता हिसार के विधायक थे. सोनिया का पति संजीव भी जेल में फांसी दिए जाने का इंतजार कर रहा है.
अब शबनम की फांसी की हो रही है तैयारी
बामनखेड़ी (अमरोह) की रहने वाली शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने परिवार के 7 लोगों की हत्या कर दी थी. शबनम का एक बेटा ताज भी है और सलीम जेल में रहकर फांसी का इंतज़ार कर रहा है. हालांकि, शबनम को फांसी दिए जाने के डेथ वारंट पर अभी साइन नहीं हुए हैं. फांसी देने वाले पवन जल्लाद के पास भी अभी तक कोई अधिकारिक सूचना नहीं पहुंची है.